जानिए कौन हैं देश के अगले राष्ट्रपति बनने वाले रामनाथ कोविंद

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी में कई पदों पर रह चुके रामनाथ कोविंद वह दलित राजनेता हैं जो कोली जाति से ताल्लुक रखते हैं। रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के अंतर्गत आते हैं। उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा तीसरे प्रयास में पास कर ली थी। रामनाथ कोविंद ने वकालत की उपाधि लेने के बाद दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत की शुरुआत की।

2 साल तक दिल्ली हाईकोर्ट में वकालत

रामनाथ कोविंद का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। 1977 से लेकर 1979 तक तक वह दिल्ली हाईकोर्ट में सरकारी वकील रहे। वह दो बार भाजपा से राज्यसभा के सासंद भी रहे। उन्हें साल 2015 के अगस्त महीने में बिहार का राज्यपाल बनाया गया था।

1991 में भाजपा से जुड़े रामनाथ कोविंद

रामनाथ कोविंद साल 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सचिव भी रहे थे। लेकिन बाद में कोविंद भारतीय जनता पार्टी से जुडे और दो बार पार्टी टिकट पर किस्मत भी आजमायी। लेकिन दोनों ही बार कोविंद को शिकस्त का सामना करना पड़ा था। कोविंद साल 1991 में भाजपा में शामिल हुए और 1994 में यूपी से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।

दलित मोर्चा का अध्यक्ष रह चुके हैं कोविंद

कोविंद भाजपा में प्रवक्ता का पद भी संभाला। वे दलित मोर्चे का राष्ट्रीय अध्यक्ष पद भी संभाल चुके हैं। साल 2000 में एक बार फिर से उन्हें राज्यसभा के लिए निर्वाचित किया गया। वह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी रहे। 8 अगस्त 2015 को बिहार के राज्यपाल के पद पर उनकी नियुक्ति हुई। कोविंद कुष्ठ रोगियों के लिए काम करनेवाली संस्था दिव्य प्रेम सेवा मिशन के संरक्षक भी हैं।

पीएम मोदी ने कहा- असाधारण राष्ट्रपति साबित होंगे कोविंद

भाजपा दलित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय कोली समाज अध्यक्ष भी रहे। 1986 में वो  दलित वर्ग के कानूनी सहायता ब्यूरो के महामंत्री भी रहे। रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाए जाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वो देश के लिए असाधारण राष्ट्रपति होंगे।

Share Button

Related posts

Leave a Comment