ईवीएम पर आयोग की पहल सराहनीय: विजेंद्र

नई दिल्ली। चुनाव आयोग द्वारा ईवीएम मशीन के साथ आगामी वर्षो में वीवीपैट (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन लगाने के फैसले का विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने स्वागत किया है। उन्होंने इस बात पर चुनाव आयोग की सराहना की है कि उसने राजनीतिक दलों को यह सिद्ध करने की चुनौती दी कि वे ईवीएम मशीन में टैम्परिंग करके दिखाएं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव आयोग की विश्वसनीयता को सिद्ध करता है कि वह शीघ्र ही इस चुनौती को सिद्ध करने के लिए राजनीतिक दलों को अवसर देने जा रही है। ईवीएम को लेकर शुक्रवार को चुनाव आयोग की बैठक में हिस्सा लेने गए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जिस प्रकार मशीनों में टैंप¨रग को लेकर ट्वीट किए, इस पर विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि वह मामले को उलझा रहे हैं। उनके सुझाव राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित हैं। उनका यह सुझाव मानने योग्य नहीं है कि हैकाथन भी कराएं और पिछले चुनाव में टैंपरिंग साबित करने का चैलेंज भी कराएं। यह उनका सुझाव हास्यास्पद है कि इस चैलेंज में जिन विवादित बूथों पर लोगों ने एफिडेविट फाइल कर अपने वोट चोरी होने की बात कही है वहा की मशीनों से टाइम स्टांप के प्रिंट निकालकर एफिडेविट फाइल करने वाले मतदाता से ऑन-कैमरा, राजनीतिक दल और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में बात की जाए। यह सुझाव केवल राजनीति से प्रेरित होकर दिया गया है। विपक्ष के नेता ने मनीष सिसोदिया के उस सुझाव को भी आश्चर्यजनक बताया, जिसमें उन्होंने कहा है कि पॉलिटिकल फंडिंग को लेकर सभी पार्टिया 100 प्रतिशत पारदर्शी बनाने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी खुद अपनी पार्टी के लिए अपारदर्शिता की जिम्मेदार है। लेकिन उसने ढिंढोरा पीटने के बावजूद भी अपनी पार्टी फंडिंग को पूरी तरह से अपारदर्शी बनाकर रख दिया है। वेबसाइट से डोनेशन लिस्ट ही गायब कर दी गई। इसलिए अब सरकार पर पारदर्शिता का दायित्व डालना पूरी तरह से अमान्य है।

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