मानसून से पहले की हल्की बारिश में ही तालाब बना रामपुरा अण्डरपास
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम की लापरवाही के कारण आम लोगों को हो रही परेशानी देखनी है, तो चले आइए लारेंस रोड इण्डस्ट्रियल एरिया के पास स्थित रामपुरा गांव, यहां कुछ महीने पहले पब्लिक की सुविधा के लिए खोला गया रेलवे अण्डरपास आमलोगों के लिए भारी परेशानी का सबब बना हुआ है।
निर्माण कार्य शुरू होने से रिकॉर्ड 9 साल बाद शुरू हुआ निगम द्वारा निर्मित इस अण्डरपास में बारिश के बाद मंगलवार को लगभग साढ़े चार फुट पानी भर गया। त्रिनगर व लारेंस रोड को पंजाबी बाग रोहतक रोड से जोड़ने वाले इस अण्डरपास में अत्यधिक जलभराव होन से वाहनों में यातायात के साथ ही लोगों की आवाजाही पर खासा असर पड़ रहा है। हालांकि लोगों की परेशानी देखते हुए निगम द्वारा जलनिकासी के लिए पम्पसेट लगाकर पानी निकालने का कार्य किया जा रहा था, लेकिन अण्डरपास में जलनिकासी की कारगर व्यवस्था नहीं होने से आगे की बरसात में भी यही स्थिति रहने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
राजनीतिक स्तर पर देखें तो रामपुरा अण्डरपास को लेकर सभी पार्टियों के अलग बोल हैं। भाजपा जहां इसका उद्घाटन अपने पार्टी के सांसद से करा कर इसके निर्माण का श्रेय लेती रही है, वहीं कांग्रेस का दावा है कि क्षेत्र में उसकी पार्टी के निगम पार्षद रहते 2011 में यह कार्य शुरू हुआ।
अण्डरपास की वर्तमान भशवह स्थिति और लोगों को हो रही असुविधा को लेकर स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है। वहां के एक स्थानीय नागरिक बताते हैं के निगम चुनाव से पहले भाजपा के स्थानीय नेताओं ने चुनाव जीतने हेतु मतदाताओं पर प्रभाव जमाने को उद्देश्य से आनन—फानन में अपने सांसद से फीटा कटवा दिया, लेकिन आज जबकि उक्त अण्डरपास की स्थिति खराब है, तब ना ही भाजपा और ना ही कांग्रेस का कोई प्रतिनिधि यहां झांकने तक ही आया है।