रानीबाग : भ्रष्ट निगमकर्मियों के कारण दिल्ली में नहीं रूक रहा अवैध निर्माण

  • रानीबाग, संतनगर रोड स्थित मकान नं. 1441ए में अवैध रूप से बना रहे चौथी मंजिल
  • जे.ई. मीना पर रिश्वत लेकर कार्रवाई नहीं करने का आरोप

नई दिल्ली। अवैध निर्माण न किये जाने के हाईकोर्ट के आदेश और एलजी के सख्त निर्देश के बावजूद दिल्ली में यह गैर—कानूनी कार्य बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। अवैध निर्माण के खिलाफ तमाम नियम—कानून होने के बावजूद मुनाफाखोर बिल्डर और लोभी मकान मालिक कोई भी पैंतरा अपनाकर अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं और उनका साथ दे रहे हैं निगम के भ्रष्ट अधिकारी व कर्मचारी। एमसीडी यानी दिल्ली नगर निगम के बिल्डिंग विभाग के कण—कण में बस चुके या कहें यहां का अभिन्न अंग बन चुके करप्शन यानी भ्रष्टाचार के कारण पूरी दिल्ली में अवैध निर्माण का धंधा वर्षों से फल—फूल रहा है। आज दिल्ली का कोई भी ऐसा इलाका नहीं है, जहां नियमों को ताक पर रखकर मकान, दुकान या व्यावसायिक भवन न बनाये जाते हों।
गौरतलब है कि अवैध रूप से बनने वाली संरचना के कारण वहां रहने वाले व व्यवसाय करने वाले के जीवन पर भविष्य में आने वाला खतरा तो मंडराता ही रहता है, साथ ही ऐसे निर्माण अपने शुरूआत से तैयार होने के बाद तक पर्यावरण व पारिस्थितिकी के लिए भी खतरा पैदा करते रहते हैं, जो मानव जीवन के लिए भारी मुसीबत का सबब हैं, लेकिन बिल्डर व बिल्डिंग माफिया अपनी जेबें भरने के लिए कुछ भी सोचना तो क्या, एक शुब्द सुनना भी पसंद नहीं करते हैं। उन्हें तो मतलब होता है, मात्र अपने मुनाफे व मोटी कमाई से और इसमें एमसीडी के इंजीनियर व दूसरे भ्रष्ट कर्मचारी उनका बखूबी साथ निभाते हैंं। दिल्ली के अन्य इलाकों की तरह उत्तर पश्चिमी दिल्ली भी बिल्डरों के अवैध निर्माण से अछूता नहीं है। निगम के रोहिणी जोन का यह क्षेत्र अवैध निर्माण के लिहाज से एमसीडी के भ्रष्ट इंजीनियरों व कर्मचारियों के लिए शुरू से ही दुधारू गाय रहा है, जहां से वे मोटा मुनाफा काटते रहे हैं।
अभी हाल ही में इलाके के रानीबाग निगम वार्ड अंतर्गत संतनगर रोड, रानीबाग स्थित सत्रह साल पहले बने मकान नं. 1441ए में अवैध रूप से चौथी मंजिल बनने की खबर है। सूत्रों के अनुसार इस पुरानी बिल्डिंग में निगम इंजीनियर व बेलदार से सांठ—गांठ कर गैर—कानूनी रूप से भवन मालिक ना सिर्फ चौथी मंजिल बना रहा है, बल्कि उसने बिना किसी इजाजत के नीचे लिफ्ट भी लगवा लिया है। साथ ही प्राप्त सूचना के अनुसार 17 साल पहले बनी इस इमारत में शुरू से ही बरसात का पानी लग जाता है। अक्सर 2 फुट नीचे जमीन में पानी लग जाने के कारण पहले से ही मकान की नींव कमजोर है, फिर भी भवन मालिक इन दिनों यहां चौथी मंजिल का निर्माण करवा रहा है, जिससे मकान के धाराशाही होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।
अब इस संदर्भ में निगम से सांठ—गांठ की बात करें, तो सूत्रों के अनुसार उक्त अवैध निर्माण की शिकायत के बाद 29 मई को दोपहर 2ः50 बजे जे.ई. मीना वहां कार्रवाई के लिए पहुंचे, लेकिन इस संबंधी पूछताछ कर कार्रवाई करने के बदले जे.ई. रिश्वत लेकर चलते बने और इस प्रकार स्थिति आज भी ज्यों की त्यों है।

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