पीडिता ने पुलिस FIR में बताई पूरी कहानी, क्या किया था आसाराम ने उसके साथ ?

आसाराम पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली महिला ने चौंकाने वाले खुलासे किये हैं पीडि़ता की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक जवान लड़कियां आसाराम की सबसे बड़ी कमजोरी रही हैं। पीडि़ता ने एफआईआर में दर्ज करवाया है कि आसाराम हमेशा कम उम्र के नये चेहरों की तलाश में रहता है !
पीडिता के मुताबिक 1988 में सत्संग के दौरान आसाराम ने उसे एक पुस्तक और सेब दी। आसाराम ने कहा कि पुस्तक पढ़ने के बाद दोबारा मिलना। जब वह दोबारा शिविर में पहुंची तो आसाराम के दो साधकों धेल और वग्लो ने बताया कि मुझे दिया गया सेब काफी स्पेशल है। इसे खा लो। बापू तुम्हें अच्छी उपदेशिका बनाना चाहते हैं। इसके बाद पीडिता को अहमदाबाद ले जाया गया। 2001 में आसाराम के दोनों साधक 10 अन्य लड़कियों के साथ उसे आसाराम के फॉर्म हाउस (शांति वाटिका) पर ले गए !
जब पीडिता कमरे में गई तब आसाराम बिस्तर पर लेटा हुआ था। आसाराम ने पीडिता को घी से मसाज करने को कहा। इस दौरान आसाराम ने छेड़खानी शुरू कर दी। पीडिता ने विरोध किया तो आसाराम ने कहा कि मैं तुम्हें बड़ी उपदेशिका बनाना चाहता हूं। तुम्हारी किस्मत में यही लिखा है। इसके लिए तुम्हारी घरेलू जिंदगी को खत्म करना होगा !
पीडिता आसाराम के सामने मिन्नतें करने लगी, इससे आसाराम भड़क गया।
उसने पीडिता को बिस्तर पर लिटा दिया और उसकी सलवार फाड़ दी। इसके बाद आसाराम ने पीडिता को ओरल सेक्स के लिए कहा। बाद में आसाराम ने उससे बलात्कार किया !
वैसे तो आसाराम के काले कारनामों की अनगिनत परते हैं। आसाराम पर जोधपुर पुलिस का जो वर्जन सामने आ रहा है उसके हिसाब से ये साफ हो गया है कि लड़की के साथ आसाराम ने अश्‍लीलता और अभद्रता जरूर की थी लेकिन लड़की द्वारा सख्ती से मना किये जाने के कारण न तो वे उसके साथ मुख मैथुन की अपनी हसरत पूरी कर सका और न ही उसका दोहन कर पाया। आसाराम के सम्बन्ध में कहा जाता है कि वह सेक्स पॉवर बढ़ाने के लिए नशे की चीज़ों का इस्तेमाल करता था ख़ास कर अफीम और अफीम का दूध !
10 जुलाई को आसाराम बापू के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों का एक और गवाह मारा गया। घटना के एक दिन बाद ही कृपाल सिंह की मृत्यु हो गई। इस मौत के बाद से आसाराम और उनके समर्थकों पर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।
कृपाल सिंह जि़्ाले में बीमा बेचते थे। आसाराम पर एक सोलह साल की लड़की ने यौन हिंसा का आरोप लगाया था जिसके कारण 1 सितम्बर 2013 को आसाराम को जेल हुई थी। कृपाल सिंह उसी लड़की के पिता के दोस्त थे। उनके परिवार वालों ने बताया कि उन्हें कृपाल के केस में गवाह होने की कोई जानकारी नहीं थी।
सितम्बर 2013 से अब तक आसाराम पर लगे केसों से जुड़े कुल नौ लोगों पर हमले हुए हैं और तीन लोग मर चुके हैं। 11 जनवरी को मुज़्ाफ्फरनगर निवासी अखिल गुप्ता की मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यू.पी. में हुई दोनों घटनाओं में कई समानताएं बताई जा रही हैं पर पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।

आसाराम के कारनामे

2008 – आसाराम के मोटेरा स्थित आश्रम से दो लड़के गायब।
2009 – आसाराम के समर्थकों ने गुजरात पुलिस पर किया हमला।
2013 – पहली बार एक सोलह साल की लड़की ने आसाराम पर लगाया यौन हिंसा का आरोप
2013 – 1 सितंबार को आसाराम को जोधपुर से गिरफ्तार किया गया।
2014 – आसाराम समर्थक रामबाबू कोरी को पुलिस को धमकी देने के जुर्म में कानूनी सज़्ाा।
मार्च 2014 – जुलाई 2015 – आसाराम के खिलाफ दर्ज केसों के तीन गवाह मारे जा चुकेे हैं।
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