नई दिल्ली। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की मुख्य प्रवक्ता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के 18 महीने से ज्यादा के कार्यकाल में लोगों के सामने उसके दोहरे चरित्र का बार-बार खुलासा हुआ है तथा हाल में आप पार्टी की दिल्ली सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जिनके पास शिक्षा का प्रभार भी है उन्होंने शिक्षा निदेशालय को अभी निर्देश जारी किए है जिसमें उन्होंने प्राईवेट स्कूलों को भी सातवें वेतन आयोग को लागू करने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 1187 प्राईवेट स्कूल शिक्षा निदेशालय से मान्यता प्राप्त है और इन स्कूलों में सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के लिए कहा गया है। श्रीमती मुखर्जी ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के दोहरे चरित्र की कोई सीमा नही है क्योंकि जो आम आदमी पार्टी की सरकार प्राईवेट स्कूलों में सातवें वेतन आयोग को लागू करने की बात कर रही है उन्होंने प्राईवेट स्कूल के अध्यापकों को एक बड़ा झटका देते हुए दिल्ली स्कलू एजूकेशन संशोधन बिल से पेरिटी क्लॉज निकाल दी थी तथा इस बिल को दिसम्बर 2015 में विधानसभा में रखा गया था। उन्होंने कहा कि पहले के कानून के अनुच्छेद 10(ए) के अनुसार प्राईवेट स्कूल के अध्यापकों को सरकारी स्कूल के अध्यापकों के बराबर रखा गया था अर्थात इस अनुच्छेद के द्वारा प्राईवेट स्कूल मेनेजमेन्ट पर उनके अध्यापकों का शोषण रोकने पर कानूनी लगाम लगी हुई थी। परंतु संशोधित कानून में अनुच्छेद 10(ए) को हटाकर स्कूल मेनेजमेन्ट के द्वारा प्राईवेट स्कूल के अध्यापकों के शोषण का रास्ता खोल दिया है। श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार की प्रशासनिक कार्यों में कोई पारदर्शिता नही है क्योंकि ये जानबूझकर लोगों को गुमराह करती है। उन्होंने कहा कि ड्राफ्ट एजुकेशन संशाधित बिल को जून 2015 में शिक्षा निदेशालय वेबसाईट पर उन्होंने पब्लिक डोमेन में डाला था, जिसमें जनता से सुझाव लिए गए थे परंतु बड़े आश्चर्य की बात है कि उक्त बिल में सेक्शन 10(ए) को हटाये जाने की बात नही की थी। श्रीमती मुखर्जी ने कहा कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने अपने चुनाव घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि अध्यापकों की खाली जगहों को भरेंगे तथा एडहाक टीचर को सता में आते ही पक्का कर देंगे। इस समय दिल्ली में तकरीबन 26 हजार टीचरों की जगह दिल्ली सरकार के स्कूलों में खाली है और दिल्ली में आप पार्टी की सत्ता में आए हुए 18 महीने से ज्यादा हो चुके है परंतु एक भी टीचर को पक्का नही किया गया है। इसके द्वारा केजरीवाल के झूठे व खोखले वायदों की पोल सामने आती है। उन्हेांने कहा कि आप पार्टी की दिल्ली सरकार गेस्ट टीचर की परेशानियों से बिलकुल अनभिज्ञ है। जबकि गेस्ट टीचर आम आदमी पार्टी के सता में आने के बाद अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए दर-दर भटक रहे है परंतु उनके लिए कुछ नही हुआ। उन्होंने कहा कि केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने गेस्ट टीचर के प्रति अपनी आंखें बंद की हुई है जिसके कारण स्कूलों के छात्रों की पढ़ाई का भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि स्कूल में टीचरों की भारी कमी है।
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