नई दिल्ली। 22 अक्टूबर, शनिवार की संध्या उत्तर पश्चिमी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस थानातंर्गत शकूरपुर गांव (यादव मार्केट—ब्रिटानिया चौक/रिंग रोड) स्थित कथित रूप से एक अवैध फैक्ट्र्ी रखे गैस सिलेण्डर के फटने से दर्जनों लोगों के हताहत होने की संभावना बतायी जा रही है।
हादसे के तुरंत बाद फैक्ट्र्ी प्रबंधन द्वारा मेन गेट बंद कर देने के कारण हताहत हुए व्यक्तियों का ब्योरा या घटना का सटिक कारण तक किसी को पता नहीं चल पाया है। घटना स्थल पर खबर लिखे जाने तक पहुंचे इक्के—दुक्के मीडिया वालों को भी किसी तरह की जानकारी नहीं दी जा रही थी। साजिशन मीडिया वालों को घटना स्थल से पुलिस कर्मी और फैक्ट्र्ी संचालक के लठैत किसी तरह की जानकारी लेने में बाधा उत्पन्न कर रहे थे।
घटना स्थल पर उत्तर पश्चिम जिला के स्थानीय पांच थानों के थानाध्यक्ष (एसएचओ) अपने दर्जनों पुलिस कर्मियों के साथ घटना स्थल पर डेरा डाले हुए हैं। पुलिस बलों के अलावा दिल्ली प्रशासन से भी कुछ अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे थे। हालांकि हादसे की सहायता के लिए घटना स्थल पर फायर बिग्रेड की गाड़ी व एम्बुलेंस को आने की सूचना दी गई थी, ये मौके पर पहुंचे भी, लेकिन घटना स्थल तक जाने का रास्ता अत्यंत संकरा होने के कारण गाड़ियां यादव मार्केट मेन रोड कर दी गई थी, जिसका किसी तरह का इस्तेमाल नहीं किया जा सका। मौके पर भारी उग्र भीड़ को हटाने के लिए पुलिसकर्मी मशक्कत करते देखे गये। लोगों की भीड़ में अधिकतर फैक्ट्र्ी के अंदर फंसे कर्मचारियोें के परिजन एवं बच्चे थे। इनमें से कई लोग रोते—बिलखते व अंदर बंद अपनों से मिलने के लिए परेशान दिखायी दिये। उन्हीं में से एक 15 वर्षीय किशोर ने जनमत की पुकार को रोते हुए बताया कि उसका पिता शंकर साह इसी फैक्ट्र्ी में अंदर बंद है और वह जिंदा हैं या मर गए इसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। उसने बताया कि फैक्ट्र्ी के अंदर मौजूद कोई भी वर्कर अपना मोबाईल फोन भी नहीं रिसिव कर रहा है। कई का नंबर तो स्वीच ऑफ तो कई का अनरिचेवल बता रहा है।