चुनाव चिन्ह..जिन्हें देखकर ही बन जाए सेहत!

नई दिल्ली। नगर निगम चुनाव लड़ रहे उम्मीदवार दिल्ली को स्वच्छ बनाने का वायदा पूरा करें या नहीं, लेकिन दिल्लीवासियों की सेहत तो इस बार चुनाव चिन्ह देख कर ही बन जाएगी। ऐसे- ऐसे चुनाव चिन्ह रखे गए हैं कि देखते ही या तो भूख लग जाए या बीमार लोग भी स्वस्थ हो जाएं।

जी हां, 22 अप्रैल को घोषित तीनों नगर निगमों के 272 वार्डो के चुनाव में अबकी बार निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए चुनाव चिन्ह की सूची खासी रोचक रखी गई है। चुनाव चिन्ह भी लगभग दोगुने कर दिए गए हैं। 2012 के निगम चुनावों में निर्दलीयों के लिए 87 चुनाव चिन्ह रखे गए थे जबकि इस बार इनकी संख्या 164 कर दी गई है।

वर्ष 2012 की सूची में ज्यादातर चुनाव चिन्ह घरेलू जरूरतों के सामान वाले थे। मसलन, अलमारी, एयर कंडीशनर, गुब्बारा, केक, केलकुलेटर, कैमरा, मोमबत्ती, पंखा, सिलेंडर, लिफाफा, फ्रिज, बैग, टेबल, खिड़की, नल, हेलमेट, पर्स, केतली, प्रेस, आइसक्रीम इत्यादि। जबकि नए चुनाव चिन्हों में बहुतायात फल-सब्जियों, ड्राई फ्रूट और खानपान की है। मसलन, फूलगोभी, भिंडी, हरी मिर्च, शिमला मिर्च, अंगूर, तरबूज, मटर, नाशपाती, अखरोट, मूंगफली, खाने से भरी थाली, चपाती रोलर, चक्की, कढ़ाई इत्यादि। इनके साथ साथ झूला, हीटर, जूता, टायर, ट्रक, हाथ रेहड़ी, चूड़िया, चारपाई, चप्पलें, ट्रेक्टर चलाता किसान, वेक्यूम क्लीनर, बेबी वॉकर, हीरा पंचिंग मशीन आदि चुनाव चिन्ह भी रखे गए हैं।

सभी 164 चुनाव चिन्हों की नई सूची राज्य चुनाव आयोग ने तैयार कर दी है। मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशी तो अपने दल के चुनाव चिन्ह पर लडे़ंगे जबकि निर्दलीय प्रत्याशी इस लिस्ट से अपनी पसंद के चुनाव चिन्ह के लिए आवेदन कर सकेंगे।

चुनाव आयोग से स्वीकृत हैं सभी चिन्ह

चुनाव चिन्हों की सूची में अबकी बार थोड़ा वैरायटी लाने का प्रयास किया गया है। सभी चिन्ह केंद्रीय चुनाव आयोग की स्वीकृत सूची में से लिए गए हैं। यदि किसी एक चिन्ह के लिए कई उम्मीदवार आवेदन करेंगे तो ऐसे में फैसला लॉटरी से होगा।

-एस. के. श्रीवास्तव, राज्य चुनाव आयुक्त।

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