नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने जहां दिल्ली की कमान संभालने का वादा किया था अब वहीं सरकार खुद को ही संभाल पाने में परेशानी झेल रही है। कभी आप और केजरीवाल के सबसे भरोसे मंद कहे लाने वाले कपिल मिश्रा अब दूसरी राह पकड़े हुए है। कपिल मिश्रा इन दिनों जमकर केजरीवाल के खिलाफ अनेकों आरोपों की बौछाड़ लगाए हुए है। लेकिन क्या आपको पता है कि कपिल मिश्रा उनके रास्ते मुश्किल नहीं बल्कि आसान बना रहे है। यकीन नहीं होता तो नीचे दिए गए तथ्यों को ही पढ़ लिजिए।
नहीं दिखी आप की हर तरफ से हार
– आपको याद ही होगा कि किस तरह से ‘आप’ को पंजाब और गोवा विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था।यह तक की आप एमसीडी चुनाव में भी फिसड़ी साबित हुई। जिसको लेकर आप विचार करने ही वाली थी लेकिन इतने में कपिल मिश्रा नाम के बवंडर ने आप पार्टी की हार की बदनामी को पीछे छोड़ केजरीवाल को भ्रष्टाचार के आरोपों में मी़डिया की सुर्खियों में जगह दिलावा दी।जिसके चलते अब अगर आप की चर्चा हो रही है तो वह सिर्फ केजरीवाल पर लगे आरोपों की और कपिल मिश्रा के मौकापरस्ती।
में बना रहा विश्वास
-बीते महीने में कुमार विश्वास द्वारा आप पार्टी में हुए विवाद को देखकर ऐसा लग रह था कि मानो अब आप बिखरने ही वाली है लेकिन कपिल मिश्रा ने इस बिखरे हुए तिनकों को एक साथ ला दिया। यानी की जहां कुमार विश्वास के पार्टी छोड़ने की खबर तेज हो रही थी वही इसही बीच इस मुद्दे को कपिल मिश्रा के आरोपों ने पूरी तरह से दबा दिया। जिसके चलते आप का एक और सदस्या पार्टी छोड़कर जाने से बच गया।
पानी की समस्या का नहीं दिखा कहीं नामों निशान
गर्मी के मौसम में दिल्ली जल संकट की बात न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। इस साल भी पानी की समस्या ने दिल्ली वालों को परेशान कर दिया है।लेकिन इन दिनों यह मामला सुर्खियों या किसी राजनीतिक दल का मुद्दा इसलिए नहीं बना है क्योंकि इन दिनों टीवी और अखबारों में सिर्फ कपिल मिश्रा और उनके आरोप ही छाए हुए है। कपिल मिश्रा रोजना कुछ न कुछ नए आरोप लेकर मीडीया के सामने केजरीवाल के खिलाफ खड़े हो जाते है। भले ही केजरवील पानी वाले विवाद में आगे न आ रहे हो लेकिन उन्होंने ये काम मनीष सिसोदिया के कांधों पर दिया हुआ है। मनीष सिसोदिया ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार से लेकर खट्टर सरकार और एलजी तक का ध्यान केंद्रित किया है। वहीं दूसरी और इस मामले में दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी का कहना है कि अगर केजरीवाल से नहीं हो पा रहा है तो वो जल बोर्ड हमें दें दे। लेकिन, कपिल मिश्रा के तमाशे के आगे पानी को तरशती दिल्ली भी मद्दा न बन पाई।
दिल्ली की मेट्रो ने संभाली ‘आप’ की रफ्तार
दिल्ली की लाइफलाइन कहलानी वाली दिल्ली मेट्रो का किराया पिछले हफ्ते यानी बुधवार को 60 से 70 फीसदी तक बढ़ है लेकिन इसके बावजूद किसी ने भी इसको लेकर कोई सवाल खड़े नहीं किए। जरा सोचिए कि कपिल मिश्रा वाला का किस्सा अगर जोर – शोर से ना चला होता तो क्या मेट्रो के इतने बढ़ते किराए को लेकर दिल्ली के लोग अब तक शांत रहते ।
बेगानों ने थामा ‘आप’ का हाथ
जो कभी नहीं सोच था वो कपिल मिश्रा के आरोप ने कर दिखाया आनी अब तक केजरीवाल का विरोध करने वाले कपिल मिश्रा के आरोपों के बाद उनका डिफेंड करते नजर आ रहे है। इसका सबसे बड़ा उदहारण है केजरीवाल के साथ काम कर चुके और अब उनसे अलग रहे कर अपनी पार्टी बना चुके योगेंद्र यादवा। योगेंद्र यादव का कहना है कि केजरीवाल करप्शन नहीं कर सकते है। वहीं कुछ समय से केजरीवाल से नाराज कुमार विश्वास ने भी सबके सामने और सोशल मीडिया पर कहा कि वह भ्रष्टाचार करेंगे ये मैं सोच भी नहीं सकता।