नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी से निलंबित करावल नगर के विधायक और पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा आज स्वस्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ सबूत लेकर कुमार विश्वास से मिलने उनके घर गए, लेकिन विश्वास के घर पर न होने के कारण उनकी मुलाकात नहीं हो पाई। इसके बाद कपिल में विश्वास के घर के दरवाजे पर मांग पत्र चिपकाया कर आ गए।
बता दें कि इससे पहले भी कपिल मिश्रा कई बार प्रेस वार्ता करके सत्येंद्र जैन के खिलाफ हमला बोल चुके हैं। साथ ही उन्होंने खुलासा करते हुए दावा किया था कि पिछले तीन साल से केजरीवाल ब्लैक मनी को व्हाइट मनी कर रहे हैं। चंदे को वेबसाइट पर न दिखाया गया और न ही चुनाव आयोग को बताया गया। उन्होंने सारे कालेधन को एक्सिस बैंक में जमा कराए, जोकि फर्जी कंपनियों के नाम से जुटाए गए थे। उन्होंने कहा था कि इन्हीं पैसों से विदेश यात्राएं हुईं, 16 कंपनियों के जरिए जुटाए गए चंदे को छुपाया गया।
पार्टी के अंदर व सरकार में हुए घोटालों पर चुप बैठे नेताओं और विधायकों से कपिल मिश्रा के सवाल
- अन्ना आंदोलन में जिन 10 केंद्रीय मंत्रियों के इस्तीफे हम सबने मांगे क्या वो केवल सत्ता हासिल करने के लिए बोला गया जुमला था?
- क्या शीला दीक्षित और कांग्रेस के अन्य नेताओं और मंत्रियों के खिलाफ सबूत आपने अपनी आंखों से देखे थे, इस्तीफा मांगने से पहले??
- अगर देखे थे तो ढाई साल से उन सबूतों पर चुप्पी क्यों और देखे ही नही थे तो वो सब तमाशा क्यों किया गया? क्या दिल्ली की जनता से झूठ बोला गया?
- क्या आपने अरविंद केजरीवाल से कभी पूछा कि शीला दीक्षित के खिलाफ जो सबूत थे उन सबूतों के केजरीवाल ने क्या किया?
- जैसे मैं, भ्रष्टाचार के हर मामले में ACB, CBI में केस दर्ज करवा रहा हूं, वैसे ही क्या केजरीवाल नही कर सकते थे? या सारे सबूत इंटरनेट पर डालकर सार्वजनिक कर देते। किस मजबूरी में यह सब नहीं किया गया?
- क्या आज जो भी घोटाले सामने आ रहे है, बंसल परिवार या PWD के फर्जी बिल, बेनामी प्रॉपर्टी या हवाला, एम्बुलेंस घोटाला या हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट .. इन सबके इंटरनेट पर मैंने जो सबूत डाले वो आपने देखने की जहमत उठाई?
- जब असीम अहमद खान को एक मिनट की ऑडियो क्लिप पर हटाया गया क्या तब से अब तक पार्टी के सिद्धांत और नियम बदल गए हैं? क्या असीम के लिए अलग नियम और सत्येंद्र और केजरीवाल के लिए अलग नियम है?
- क्या कांग्रेस के नेताओं ने आपकी भैंस चुराई थी, क्या कांग्रेस से लड़ने का कोई और एजेंडा था, क्या अपने घर के अंदर होने वाले भ्रष्टाचार के लिए चुप्पी रखने के लिए ये आंदोलन हुआ था?
- क्या घोटालों पर चुप्पी और इधर-उधर चुनाव लड़ते रहने का ‘लघु एवं कुटीर उद्योग यही है पार्टी की दिशा ?