दिल्ली भाजपा मोबाइल ई—बैंकिंग को लेकर करेगी सघन प्रचार

जनमत की पुकार/आरके जायसवाल
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में कहा कि विमुद्रीकरण के खिलाफ राजनैतिक विरोध केवल एक बदले की भावना से प्रेरित है जो उन राजनीतिक दलों के मन में देश की राजनीति में हासिये पर चले जाने के डर से पैदा हुई है जो मुख्य विपक्षी दल की मान्यता के लिये आपस में ही लड़ते रहते हैं।
विरोधी दलों को कालेधन के कारण भारत के गिरते आर्थिक स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है क्योंकि वे विमुद्रीकरण के पश्चात् प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के बढ़ते राजनैतिक कद से डरे हुये हैं। अनेक राजनैतिक दल, जिन्होंने नकदी कालाधन जमा कर रखा है, इस पर हाय—तौबा मचा रखा है किन्तु जनसाधारण इस परिवर्तन के दौर में होने वाली कठिनाइयों का सामना करने के लिये तैयार हैं क्योंकि वह कैशरहित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने के लिये तैयार है।
उन्होंने राजनैतिक कार्यकर्ताओं और युवाओं को मोबाइल एप्स के जरिये भुगतान करने और स्वीकार करने के लिये परिवार के बुजुर्गों को भी शिक्षित करने का आवाहन किया। युवाओं को मेरा मोबाइल—मेरा बैंक—मेरा बटुआ को अपनाने के लिये सहायता करनी चाहिये।
manojश्री तिवारी ने कहा कि 1951 से 2016 तक भारत में दस बार सरकारों ने वीडीआईएस और बॉण्ड स्कीमों की घोषणा की है जिसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय वित्त विशेषज्ञों और मीडिया दवाब में कालेधन को समाप्त करना था।
वित्त विशेषज्ञों का यह विश्वास है कि कालेधन की सहायता से चलने वाले समानांतर अर्थव्यवस्था का एक दुर्भाग्यवश पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकारों ने कभी भी कालेधन के उन्मूलन का प्रयास नहीं किया क्योंकि जो 10 वर्षों के दौरान भ्रष्ट यूपीए सरकार के अधीन भारत के जीडीपी का लगभग 35 प्रतिशत तक हो गया था।
कांग्रेस द्वारा लाई गई वीडीआईएस और बॉण्ड स्कीमों तथा वर्तमान विमुद्रीकरण के बीच यह अंतर है कि पूर्ववर्ती स्कीमें वित्त विशेषज्ञों को संतुष्ट करने के लिये एक अल्पकालिक उपाय थे और इसी कारण उससे देश को लाभ नहीं मिला। दूसरी ओर प्रधानमंत्री इस संबंध में कड़ाई से कार्यवाही करना चाहते हैं और इसलिये उन्होंने उच्च मूल्य के नोटों का विमुद्रीकरण करके कालेधन की जड़ पर ही प्रहार किया।
श्री तिवारी ने कहा है कि कांग्रेस ने कालेधन वालों को अपने छुपे धन को घोषित करने का विकल्प दिया था किन्तु प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विमुद्रीकरण ने उन्हें एक ही विकल्प दिया है और वह है छुपाये गये कालेधन को बाहर निकालना।
कालेधन वालों द्वारा प्रायोजित राजनीतिक विरोध जो पिछले 4 सप्ताह से देखा जा रहा है उससे यह स्पष्ट होता है कि देश की अर्थव्यवस्था से कालेधन को समाप्त किये जाने के लिये वर्तमान विमुद्रीकरण कितना महत्वपूर्ण था।
दिल्ली भाजपा प्रदेश ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कदम उठा लिये हैं और कालेधन वालों की कमर तोड़ दी है। किन्तु अब यह हम नागरिकों पर है कि हम किस प्रकार कालेधन को पुनः पनपने से रोकें।
उन्होंने कहा कि पिछले 7 दशकों में हमने देखा है कि नकदी पर आधारित अर्थव्यवस्था और जनसाधारण द्वारा अपनी आवश्यकताओं पर खर्च की गई नकदी के कारण कर अपवंचन या कालेधन के पनपने का मौका मिला जो निरंतर बढ़ता ही गया।
श्री तिवारी ने कहा है कि भाजपा यह विश्वास है कि विमुद्रीकरण के पश्चात कालेधन के पुनः पैदा होने को रोकने के लिये ई—वॉलेट अपनाना बहुत महत्वपूर्ण है। इसे ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया गया है कि दिल्ली भाजपा कार्यकर्ता घर—घर एवं दुकानों पर जाकर लोगों को ई—बैंकिंग के फायदे बतायेंगे और उन्हें मोबाइल वॉलेट एवं एसबीआई बड्डी जैसे ई—बैंकिंग एप्प अपनाने के लाभ बतायेंगे।
रविवार 4 दिसंबर को केन्द्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन, विजय गोयल सहित भाजपा सांसद, विधायक, निगम पार्षद एवं प्रदेश पदाधिकारियों सहित 10,000 से अधिक पार्टी कार्यकर्ता स्वयंसेवकों की तरह कार्य करते हुये दिल्ली में बड़े—छोटे बाजारों, साप्ताहिक बाजारों, मेट्रो स्टेशनों, आवासीय परिसरों सहित 300 से अधिक स्थानों पर मोबाइल एप्प बैंकिंग को लेकर सघन प्रचार करेंगे। अनेक प्रमुख स्थानों पर मेरा मोबाइल—मेरा बैंक—मेरा बटुआ के पावर प्वाइंट की डिजिटल प्रस्तुति भी की जायेंगी।
श्री तिवारी ने कहा कि मैं स्वयं भी करोल बाग सहित कुछ बाजारों में जाकर प्रचार में सहयोग करूंगा।

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