नई दिल्ली। किसान ऋण माफी और सूखा राहत पैकेज की मांग को लेकर लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास के सामने प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानों को हिरासत में ले लिया गया। इन किसानों को बसों में बैठाकर जंतर-मंतर स्थल पर छोड़ दिया गया।
प्रधानमंत्री आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे तमिलनाडु के किसानो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार ऐसे 63 किसानों को बस में बैठाकर जंतर-मंतर छोड़ दिया। तमिलनाडु के दर्जनों किसान ऋण माफी और सूखा राहत पैकेज की मांग को लेकर आंदोलन बहाल करने के लिए आज फिर दिल्ली पहुंचे थे। किसानों के नेता पी.अय्याकन्नू ने कहा कि हमारी मांगें पूरी नहीं की गई है।
जबकि मांगों को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानीस्वामी और केंद्रीय मंत्री पी.राधाकृष्णन ने वादा किया था। इसलिए हमने पूर्व में 100 दिनों के लिए किए गए विरोध-प्रदर्शन को पुन: बहाल करने का फैसला किया है। दक्षिणी राज्य के किसान केंद्र से 40 हजार करोड़ रुपए का सूखा राहत पैकेज, कृषि ऋण माफी और कावेरी प्रबंधन बोर्ड के गठन की मांग कर रहे हैं।
अय्याकन्नू के नेतृत्व में किसानों के समूह ने मार्च में नए तरीकों से विरोध प्रदर्शन किया था, जिनमें प्रधानमंत्री के घर के बाहर हाथ में मानव खोपडय़ां लेकर प्रदर्शन करना, राष्ट्रपति भवन के पास कपड़े उतारना और मूत्र पीना
शामिल है।