पटना। बिहार की नई सरकार के मंत्रिमंडल का आज विस्तार हो गया। शाम पांच बजे नीतीश कुमार की नई कैबिनेट के 27 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। भाजपा नेता और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी मंगल पांडेय समय पर नहीं पहुंचने के कारण उन्होंने बाद में शपथ लिया।
राजभवन के मंडपम हॉल में बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नए सरकार के सभी मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
शपथ ग्रहण के लिए सबसे पहले बीजेपी के कृष्ण कुमार ऋषि राजभवन के मंडपम हॉल पहुंचे, उनके साथ ही माहेश्वर हजारी भी पहुंचे। उसके बाद शैलेष कुमार भी पहुंचे। सभी सदस्यों और अतिथियों के पहुंचने के बाद राज्यपाल पांच बजकर दस मिनट पर पहुंचे और उन्होंने देर से आने के लिए सबसे क्षमायाचना की।
राज्यपाल के मंच पर पहुंचते ही लोगों ने उनका अभिवादन किया, फिर राष्ट्रगान के बाद शपथ ग्रहण समारोह की विधिवत शुरुआत हुई। उसके बाद सभी मंत्रियों के नाम की घोषणा की गई और एक एक कर सभी मंत्रियों ने शपथ ली। नीतीश की पूरी कैबिनेट में एक ही महिला मंत्री ने शपथ ली और उनका नाम मंजू वर्मा है, जो जदयू कोटे की मंत्री हैं और नीतीश कैबिनेट की पुरानी मंत्री हैं।
मंत्रियों के शपथ लेने का क्रम
– सबसे पहले विजेंद्र प्रसाद यादव ने मंत्री पद की शपथ ली
– दूसरे नंबर पर भाजपा नेता प्रेम कुमार ने शपथ ली
– तीसरे नंबर पर राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली
– चौथे नंबर पर नंद किशोर यादव ने मंत्री पद की शपथ ली
– पांचवे नंबर पर श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली
– छठे नंबर पर राम नारायण मंडल ने मंत्री पद की शपथ ली
– सातवें नंबर पर जदयू के जय कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली
– उसके बाद भाजपा विधायक प्रमोद कुमार, जदयू विधायक कृष्णनंदन वर्मा, जदयू विधायक महेश्वर हजारी, विधायक विनोद नारायण झा, जदयू के विधायक शैलेष कुमार ने शपथ ली।
– भाजपा के विधायक सुरेश शर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू की विधायक कुमारी मंजू वर्मा ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक विजय कुमार सिन्हा ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक संतोष कुमार निराला ने मंत्री पद की शपथ ली
– भाजपा के विधायक राणा रणधीर सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद ने मंत्री पद की शपथ ली
– भाजपा विधायक विनोद कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक मदन सहनी ने मंत्री पद की शपथ ली
– भाजपा विधायक कृष्ण कुमार ऋषि ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक कपिलदेव कामत ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू विधायक दिनेश चंद्र यादव ने मंत्री पद की शपथ ली
– जदयू के विधायक रामजी ऋषिदेव ने मंत्री पद की शपथ ली
– भाजपा विधायक ब्रज किशोर बिंद ने मंत्री पद की शपथ ली
– लोक जनशक्ति पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने मंत्री पद की शपथ ली
भाजपा नेता और हिमाचल प्रदेश के प्रभारी मंगल पांडेय को भी मंत्री पद की शपथ लेनी थी, लेकिन समय पर नहीं पहुंचने के कारण उन्हें रात 8.30 बजे अलग से मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।
मंत्री और उनका विभाग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार- गृह,सामान्य प्रशासन,निगरानी
उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी- वित्त,वाणिज्य कर,वन,आईटी
विजेंद्र यादव- ऊर्जा,उत्पाद,मद्य निषेध
प्रेम कुमार- कृषि विभाग
ललन सिंह- जल संसाधन,योजना विकास
नंद किशोर यादव- पथ निर्माण विभाग
श्रवण कुमार- ग्रामीण विकास,संसदीय कार्य
रामनारायण मंडल- राजस्व,भूमि सुधार
जय कुमार सिंह- उद्योग,विज्ञान प्रावैधिकी
प्रमोद कुमार- पर्यटन
कृष्णनंदन वर्मा- शिक्षा
महेश्वर हजारी- भवन निर्माण
विनोद नारायण झा- PHED महकमा
शैलेश कुमार- ग्रामीण कार्य विभाग
सुरेश शर्मा- नगर विकास एवं आवास
मंजू वर्मा- समाज कल्याण विभाग
विजय सिन्हा- श्रम संसाधन विभाग
संतोष निराला- परिवहन विभाग
राणा रणधीर- सहकारिता विभाग
खुर्शीद उर्फ फिरोज- अल्पसंख्यक कल्याण,गन्ना उद्योग
विनोद सिंह- खान एवं भूतत्व
मदन सहनी- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण
कृष्ण कुमार ऋषि- कला संस्कृति विभाग
कपिल देव कामत- पंचायती राज विभाग
दिनेश यादव- लघु सिंचाई,आपदा प्रबंधन
रमेश ऋषिदेव- अनुसूचित जनजाति,कल्याण विभाग
पशुपति पारस- पशु एवं मत्स्य संसाधन
मंगल पांडेय- स्वास्थ्य मंत्री
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर आज सुबह कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री आवास जाकर मुख्यमंत्री से भी विचार-विमर्श किया। राजभवन में शपथ ग्रहण को लेकर हलचल तेज रही। कैबिनेट विस्तार को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ाई दी गई थी।
एडीजी मुख्यालय एके सिंघल ने यह जानकारी देते हुए बताया था कि शाम को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह को लेकर राजभवन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और 150 जवानों की तैनाती की गई है।
वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और बीजेपी के नेताओं के साथ ही जदयू के भी नेतागण मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और इसे लेकर मंत्रणा की और मंत्रियों के नाम तय किए। उपमुख्यमंत्री अपने मंत्री पद के सदस्यों की सूची लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचे और मंत्री पद का फैसला किया।
शुक्रवार को नई सरकार ने अपना बहुमत साबित किया था और उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा जोरों पर थी। आज ही मंत्रिमंडल का विस्तार करने के पीछे वजह यह बताई जा रही है कि नीतीश कुमार बिहार में विकास का काम बाधित नहीं होने देना चाहते हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए। मांझी खुद शुक्रवार को इस बात की घोषणा कर चुके थे।
जानकारी के मुताबिक जीतनराम मांझी मुख्यमंत्री रह चुके हैं और अब नीतीश सरकार में मंत्री बनने से बतौर पूर्व सीएम मिली सुविधाएं उनसे छिन सकती है।
ये भी चर्चा है कि जीतन राम मांझी राज्यपाल बनने की फिराक हैं और इसके लिए वो कई बार प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात भी कर चुके हैं।