मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करना अपराध, सीएम केजरीवाल की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा जेल प्रशासन : संजय सिंह

जनमत की पुकार

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने तिहाड़ जेल प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करने पर कड़ी आपत्ति जताई है। “आप” के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने कहा कि जेल प्रशासन केजरीवाल की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक कर उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है।जेल नियमों के मुताबिक मुख्यमंत्री ही नहीं, किसी सामान्य कैदी की भी मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करना अपराध है। जेल प्रशासन बार-बार उनकी मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक कर साबित कर रहा है कि वो उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के लिए गहरी साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा, एम्स के डॉक्टरों की जांच रिपोर्ट में साफ है कि केजरीवाल का लगातार वजन कम हो रहा है, वो हाइपो ग्लीसीमिया के शिकार हैं और जेल में उनका 5 बार शुगर लेवल 50 से नीचे आ चुका है। 21 मार्च को गिरफ्तारी के दौरान उनका वजन 70 किलो था, जो अब 61.5 किलो है। यानी अब तक उनका वजन 8.50 किलो घट गया है।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि किसी भी मरीज की मेडिकल रिपोर्ट जारी करना एक अपराध है। जेल प्रशासन ने एक बार नहीं, बल्कि कई बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का मेडिकल रिपोर्ट जारी कर चुका है। जेल प्रशासन एक मुख्यमंत्री का मेडिकल रिपोर्ट जारी कर यह साबित कर रहा है कि वो अरविंद केजरीवाल की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा है। जेल प्रशासन केजरीवाल की जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने के लिए गहरी साजिश रच रहा है। सीएम की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करना इस साजिश का एक हिस्सा है। क्योंकि जेल नियमों के अनुसार, जेल प्रशासन मुख्यमंत्री ही नहीं, किसी भी मरीज का मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं कर सकता है। इसलिए सीएम की मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करने के लिए जेल प्रशासन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

संजय सिंह ने कहा कि सीएम का मेडिकल रिपोर्ट जारी कर जेल प्रशासन ने हमारे लिए बहुत अच्छा किया। कम से कम देश के लोग सीएम की मेडिकल रिपोर्ट के बारे में जान पाएंगे। एम्स के डॉक्टरों ने अरविंद केजरीवाल की जांच की है। डॉक्टरों की टीम ने बताया कि केजरीवाल को वेट लॉस की समस्या है। यानी उनका वजन कम हो रहा है और दूसरा वो हाइपो ग्लीसीमिया के शिकार हैं। जेल में रहने के दौरान अरविंद केजरीवाल का 5 बार शुगर लेवल 50 से भी नीचे आ चुका है। यह कोई सामान्य बात नहीं है। इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि यह मामला सिर्फ उनकी गिरफ्तारी तक नहीं है, बल्कि यह मामला अरविंद केजरीवाल की जिंदगी के साथ खिलवाड़ है। यह मामला अरविंद केजरीवाल को किसी भी हालत में प्रताड़ित करने और उनके जीवन के साथ कोई बड़ी अनहोनी घटना करने की साजिश का हिस्सा है।

संजय सिंह ने कहा कि मैं खुद भी जेल में रहा हूं। अगर आपकी तबीयत खराब है और आप घंटों तक घंटी बजाते रहते हैं, लेकिन डॉक्टर नहीं आते हैं। वहीं रात में अचानक जिस व्यक्ति का शुगर लेवल 50 से भी नीचे चला जायेगा, वह तो उठकर घंटी भी नहीं बचा सकता है। वह कोमा में जा सकता है, उसके साथ कोई अनहोनी बड़ी घटना हो सकती है, इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? इसलिए मैं कहना चाहता हूं कि 21 मार्च को मोदी सरकार की एजेंसी ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया, उस दिन उनका वजन 70 किलो था और आज उनका वजन 61.5 किलो है। अब तक उनका 8.50 किलो वजन घट गया है और पांच बार उनका शुगर लेवल 50 से नीचे आ चुका है। जिसमे वह कोमा में भी जा सकते हैं और उनकी जिंदगी के साथ कोई बड़ी अनहोनी घटना भी घटित हो सकती है। यह बात मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं।

एक प्रश्न के जवाब में संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ही नहीं, किसी सामान्य कैदी का भी मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक करना अपराध है। सीएम अरविंद केजरीवाल की उनकी धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल से रोज करीब 5 मिनट बात होती है। सुनीता केजरीवाल ने जो जानकारी दी है, उसके आधार पर हमने यह बात रखी है। उनका वजन कम हो रहा है और उसका पांच बार शुगर लेवल 50 के नीचे आ चुका है। एम्स के डॉक्टरों की टीम में जांच करके लिखा है कि उनको हाइपो ग्लीसीमिया की समस्या है। उनका शुगर लेवल कई बार घटा है। उनको वेट लॉस की समस्या है। यह एम्स के डॉक्टरों की मेडिकल रिपोर्ट में लिखा हुआ है। यह मामला सिर्फ गिरफ्तारी का नहीं है, बल्कि यह मामला अरविंद केजरीवाल की जिंदगी के साथ खिलवाड़ का है।

Share Button

Related posts

Leave a Comment