स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर गुरुवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास पर तिरंगा झंडा नहीं फहराया जा सका। दिल्ली व देश के इतिहास में संभवतः यह पहला मौका है, जब एक चुने हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अलोकतांत्रिक तरीके से बिना किसी अपराध और सबूत के केंद्र की तानाशाह सरकार ने एक झूठे केस में जेल की सलाखों के पीछे रखा है और वो स्वतंत्रता दिवस के पावन पर्व पर अपने आवास पर तिरंगा नहीं फहरा सके। मुख्यमंत्री आवास पर तिरंगा नहीं फहराए जाने पर आम आदमी पार्टी ने गहरा अफसोस जताया है। सीएम अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल ने इस पर निराशा प्रकट करते हुए एक ट्वीट किया और उन्होंने लिखा कि आज सीएम आवास पर तिरंगा नहीं फहराया गया, इसका बहुत अफ़सोस रहा। यह तानाशाही एक चुने हुए मुख्यमंत्री को जेल में रख सकती है, लेकिन दिल में देशप्रेम को कैसे रोक पाएगी?
उधर, आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी इसे लेकर देश की तानाशाह सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘‘अंग्रेजों से आज़ादी’’ की वर्षगांठ पर सलाम उस जज्बे को, जो “आज़ादी को तानाशाही से बचाए रखने के लिए” आज तानाशाह की जेल में बंद है। जबकि वरिष्ठ नेता एवं शिक्षा मंत्री आतिशी ने ट्वीट कर कहा कि आज स्वतंत्रता दिवस है। जब 1947 में भारत को अंग्रेजों की तानाशाही से आज़ादी मिली। हमें यह आज़ादी दिलवाने के लिए सैंकड़ों स्वतंत्रता सेनानियों ने लाठियां खाई, जेल गए और अपनी जान की क़ुर्बानी दी। उनके सपनों में भी ऐसा विचार नहीं आया होगा कि एक दिन, आज़ाद भारत में एक चुने हुए मुख्यमंत्री को झूठे मुक़द्दमे में फंसा कर महीनों तक जेल में रखा जाएगा। आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम यह प्रण लेते हैं कि आखिरी सांस तक तानाशाही के खिलाफ लड़ते रहेंगे।
वहीं, पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि यह बहुत दुखद है। एक लंबी लड़ाई के बाद यह देश आजाद हुआ, लेकिन आजादी के बाद भारत में पहली बार ऐसा हो रहा है कि प्रचंड बहुमत से चुना हुआ एक मुख्यमंत्री आज केवल केंद्र सरकार की तानाशाही और जिद के कारण तिरंगा नहीं फहरा पाया और वो जेल के अंदर हैं। अरविंद केजरीवाल को ट्रायल कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे दी थी। सीएम अरविंद केजरीवाल किसी भी तरह जेल से बाहर न निकलें, इसके लिए भाजपा ने षड़यंत्र के तहत सीबीआई का फंदा डाला। ये लोग चाहे जितना मर्जी परेशान कर लें, दिल्ली की चुनी हुई सरकार दिल्ली के लोगों के लिए काम कर रही थी, काम कर रही है और आगे भी काम करती रहेगी। दिल्ली सरकार की तरफ से गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने झंडा फहराया है और सरकार का संदेश जनता के सामने रखा है।