गर्मी का सीजन शुरू होते ही बढ़ जाती है सेल
Raj Sharma
आगरा। विंटर सीजन जा चुका है। धीरे-धीरे ही सही लेकिन, मौसम में गर्माहट होने लगी है ।यही वजह है कि ताज सिटी के अंदर पानी की डिमांड में भी इजाफा होने लगा है। खासतौर से आगरा के विभिन्न क्षेत्रों के बाजारों में बोतलें और कैम्पर भरकर पानी की सप्लाई जमकर की जा रही है। प्योर पानी के नाम पर महज चिल्ड पानी की ही सप्लाई धड़ल्ले से हो रही है।आरओ वाटर के नाम पर सेल हो रहा यह पानी जरूरी नहीं कि सेहतमंद ही साबित हो ।सिटी मे फल-फूल रहे पानी के इस पूरे धंधे पर जनमत की पुकार न्यूज़ पेपर की विशेष पड़ताल..
संभव नहीं है इतने पैसे मे प्योर बाटर सपलाई।
चुभने वाली धूप का मौसम आ चुका है। थोड़ी देर अगर खुले आसमान के नीचे खड़ा होना पड़े तो गर्मी ने परेशान करना शुरू कर दिया है। ऐसे में कंठ का सूखना भी लाजमी है। यही कारण है कि गर्मी के इस सीजन में अच्छे-अच्छे को पानी मांगने में देर नहीं लगती है। बढ़ती अवेयरनेस के चलते लोग दूषित पानी से बचना चाहते हैं। इसी का नतीजा है कि कमोबेश आगरा हर एरियाज में बोतल और कैम्पर की मांग बढ़ जाती है। 15 से 25 रुपये तक में 15-20 लीटर का कैम्पर और बोतलबंद पानी की सप्लाई सिटी में की जा रही है। लेकिन, शायद कम लोग ही जानते हैं कि जो पानी वो पी रहे हैं, वह प्योर नहीं है। क्योंकि इतने पैसे में 15-20 लीटर प्यूरीफाइड पानी को घर-घर सप्लाई करना कैसे संभव है।
आरओ पानी की आड़ में चिल्ड वाटर
प्यूरीफाइड पानी की आड़ में आगरा में खेल चल रहा है।आरओ वाटर के नाम लेकर बुकिंग कर ली जाती है। उसके बाद पूरी ताज सिटी के हर एरियाज में यह पानी धड़ल्ले से सप्लाई हो रहा है. जबकि लोगों के पास तक पहुंचाया जाने वाले ज्यादातर कैम्पर्स में महज चिल्ड पानी ही भरा हुआ होता है।इसी पानी को कैम्पर्स के जरिए पानी का धंधा करने वाले लोग लोगों के पीने के लिए उपलब्ध करा रहे हैं।
प्रशासन बना हुआ है मौन
पानी के इस धंधे में गोलमाल चल रहा है। लेकिन, प्रशासन इस तरफ से अपनी आंखे मूंदकर बैठा हुआ है। यही वजह है कि प्योर वाटर के नाम पर सीधे समर्सिबल के नलों से लेकर कैम्पर और बोतलों भरकर बेच दिया जा रहा है। यही नहीं सिटी के कोने-कोने में स्थित चाय, पान आदि दुकानों पर खुलेआम पानी के पाउच की बिक्री भी की जा रही है। पाउच का यह पानी भी प्योर नहीं होता है।
सेहत के लिए नहीं है ठीक
गिनीज ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर होम्योपैथी चिकित्सक डॉ. पार्थसारथी शर्मा का कहना है कि नलों से भरकर सीधे कैम्पर, बोतल और पाउच का पानी सेहत के लिए कतई उचित नहीं है. इस पानी के अंदर अशुद्धियां घुली रहती हैं। जिनकी वजह से स्किन, हड्डियों, पेट संबंधी बीमारियां पैदा होने लगती हैं. नगर निगम के पर्यावरण अधिकारी अनूप सूद का कहना है कि पॉलिथिन में जिस तरह से पैक कर पानी सेल किया जा रहा है। इससे पर्यावरण के लिए भी खतरा है। पॉलिथिन में पैक कर पानी बेचने का लाइसेंस किसी को नहीं दिया जाता है।