आप के 21 विधायकों के भविष्य का फैसला बुधवार को

htnZp04D आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों के भविष्य का फैसला चुनाव आयोग बुधवार को सुना सकता है। फैसला यदि आप के पक्ष में आता है, तब पार्टी और उसकी दिल्ली सरकार का मनोबल बढ़ेगा, लेकिन खिलाफ में फैसला आने पर पार्टी की सारी रणनीति बिगड़ जाएगी। कई मायनों में दिल्ली ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि सभी 21 विधायक आम आदमी पार्टी के हैं और उपचुनाव होने पर पार्टी के हाथ से 5-7 सीटें भी खिसकती है तो अगले वर्ष होने जा रहे पंजाब विधानसभा और दिल्ली नगर निगम चुनाव में विपक्ष के पास पूरा मौका होगा। विपक्षी राजनीतिक पार्टियां आप को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ेंगी और सीधा निशाना यह कहकर साधेंगी कि जिस दिल्ली से आप का जन्म हुआ, वहीं महज डेढ़ वर्ष में पिछड़ गई। दिल्ली नगर निगम उपचुनाव में पहले ही पार्टी का वोट प्रतिशत गिर गया है। यही वजह है कि पार्टी नेता खुलकर भले ही कुछ नहीं बोल रहे। लेकिन दबी जुबान से अपनी चुनौती बयां करने से भी नहीं झिझकते। बाकि तस्वीर तो चुनाव आयोग के फैसले के बाद ही साफ होगी। अभी तक के अनुमान के मुताबिक चुनाव आयोग यदि विधायकों की सदस्यता समाप्त करता है तो सभी पार्टियां उपचुनाव की तैयारी के साथ केजरीवाल सरकार पर नैतिक दबाव बनाने की कोशिश करेगी। वहीं आम आदमी पार्टी लोगों के बीच यह सन्देश पहुंचाने की कोशिश करेगी कि किस तरह भाजपा और कांग्रेस की मिलीभगत से उसे परेशान किया जा रहा है और इसी आधार पर वह उपचुनाव में वोट भी मांगेगी। चुनाव आयोग यदि पक्ष में फैसला देता है तो फिर आप हमलावर हो जाएगी। ये हैं संसदीय सचिव और विधानसभा क्षेत्र -जरनैल सिंह, राजौरी गार्डन -जरनैल सिंह, तिलक नगर -नरेश यादव, महरौली -अलका लांबा, चादनी चौक -प्रवीण कुमार, जंगपुरा -राजेश ऋषि, जनकपुरी -राजेश गुप्ता, वजीरपुर -मदन लाल, कस्तूरबा नगर -विजेंद्र गर्ग, राजिंदर नगर -अवतार सिंह कालकाजी, कालकाजी -शरद चौहान, नरेला -सरिता सिंह, रोहताश नगर -संजीव झा, बुराड़ी -सोम दत्त, सदर बाजार -शिव चरण गोयल, मोती नगर -अनिल कुमार बाजपेयी, गाधी नगर -मनोज कुमार, कोंडली -नितिन त्यागी, लक्ष्मी नगर -सुखबीर दलाल, मुंडका -कैलाश गहलोत, नजफगढ़ -आदर्श शास्त्री, द्वारका

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