जनमत की पुकार/आरके जायसवाल
नई दिल्ली। कर चोरी और भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए मील के पत्थर कदम के रूप में सरकार द्वारा 500 और 1000 रुपये की नोटबंदी का फैसला न केवल गंभीर चुनौती बना है, इस बीच बिचौलिये दूसरों के ब्लैक या बेहिसाब पैसे को व्हाइट बनाने के लिए अलग—अलग बैंक खातों का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसकी एवज में वह कुल राशि का 30 से 50 प्रतिशत तक अपना हिस्सा दलाली के रूप में ले रहे हैं। सरकार ने ऐसे खाताधारकों पर नकेल कसने के लिए उनके खिलाफ आयकर कानून के तहत कार्रवाई करने का फैसला किया है। ऐसे साधारण और जनधन खाताधारक जो अपने खातों में लोगों का पैसा गलत तरीकों से जमा करवा रहे हैं उनको सरकार ने नोटिस भेजना शुरू कर दिया है।