नई दिल्ली। पिछले दिनों नवनियुक्त जिलाध्यक्ष रोशन कंसल जिला कार्यालय राजनगर में युवा मोर्चा, महिला मोर्चा व पूर्वांचल मोर्चा के साथ एक बैठक का आयेाजन किया जिसमें सभी मोर्चा के पदाधिकारी मोजूद थे मगर शकूरपुर से कोई भी इस बैठक में भाग नहीं लिया तो अगले दिन सुबह जिलाध्यक्ष महोदय श्री कंसल ने शकूरपुर में निगम पार्षद किशन बैमाड़ को ढुंढते हुए उनके कार्यालय पर पहुंचे, मगर पार्षद महोदय वहां भी नहीं मिले और न ही उनका फोन उठाया तो फिर उनके दुकान और फिर घर पर पहुंचे।
अब पूरे शकूरपुर कालोनी में यह आज चर्चा का विषय बना हुआ है कि पार्षद महोदय को आखिर जिलाध्यक्ष ढुंढ़ते हुए क्यों पहुंचे?