नई दिल्ली। दिल्ली में एमसीडी चुनाव दहलीज पर हैं और सारी पार्टियां इसमें पुरजार ताकत लगाएं हैं। देश के लगभग 11 सीएम दिल्ली का दिल जीतने की कोशिशों में लगे हैं। दिल्ली में शायद पहली बार ऐसा है रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर एमसीडी चुनाव की तैयारियां हो रही है। इस दौड़ में कांग्रेस, बीजेपी, आप और जदयू के बाद अब समाजवादी पार्टी भी शामिल हो गई है।
अब सवाल ये उठता है कि क्यों पहली बार इतने लोग एमसीडी चुनाव को लेकर दिलचस्पी दिखा रहे हैं? इस बीच कई सवाल भी सामने आए-
बीजेपी-
बीजेपी की अगर बात करें तो अभी तक बीजेपी जीत पर जीत दर्ज किए जा रही है। तो क्या बीजेपी इस सिलसिले को कायम रखना चाहती है? सीएम के सहारे एमसीडी में पताका फहराने की जद में बीजेपी का नाम सबसे आगे है। प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में पार्टी के लिए तय किए गए स्टार प्रचारकों का नाम सार्वजनिक किया है। हांलाकि अभी तक पार्टी ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है।
आप-
केजरीवाल सरकार एमसीडी चुनाव के जरिए अपनी खोई हुई साख वापस लाने और अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने में लगी हुई है। गोवा और पंजाब में चुनाव हारने के बाद से एमसीडी पर कब्जा करना आप के लिए इतना आसान नहीं होगा। दिल्ली विधानसभा चुनावों में आप की नुक्कड़ सभाएं काफी कारगर शाबित हुई हांलाकि इस बार आप ने हाउस टैक्स माफ कर देने का बड़ा दांव खेला है। अब देखना है ये है कि ये तीर कितने निशाने पर जाकर लगता है।
कांग्रेस-
कांग्रेस का आलम ये है कि 2007 के बाद से सत्ता में वापसी नहीं कर पाई। एमसीडी चुनाव से सत्ता वापस आने की पूरी कोशिस की जा रही है। कांग्रेस सबसे पहले दिल्ली में पंजाबी वोटर बैंक पर ध्यान दे रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का पार्टी ने दिल्ली के सुभाष नगर में भव्य स्वागत किया। कैप्टन रजौरी गार्डन उम्मीदवार के स्टार प्रचारक हैं और दिल्ली एमसीडी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे। कांग्रेस अब आरोप-प्रत्यारोप की राजनीती से दूर रहकर दिल्ली की समस्याओं पर ज्यादा ध्यान दे रही है।
वहीं सपा+बसपा+जदयू+ राजद दिल्ली नगर निगम के चुनाव में पूर्वांचल वोटरों को लुभाकर यहां अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहती है।
समाजवादी पार्टी
कांग्रेस, बीजेपी, आप और जदयू ये सब तो इस दौड़ में ते ही लेकिन अब समाजवादी पार्टी का नाम भी इसमें जुड़ गया है। समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया है कि एमसीडी की सभी 272 सीटों पर समाजवादी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी।उम्मीदवारों की लिस्ट जल्द ही जारी की जाएगी।
वहीं लालू यादव की पार्टी आरजेडी भी जदयू से अलग होकर एमसीडी चुनावों में एक बार फिर किस्मत आजमाने जा रही है।