जानिये रानीबाग (महिला) वार्ड नं. 66 से भाजपा द्वारा उम्मीदवार बदलने के पीछे का सच!

मनोज तिवारी के पास विरोध दर्ज कराने पहुंची पूजा सहगल के साथ दुव्यवहार

पहली सूची में उम्मीदवार बनी पूजा सहगल अपने समर्थकों के साथ।

नई दिल्ली। रानीबाग (महिला) वार्ड नं. 66 की निगम सीट भाजपा दिल्ली प्रदेश के लिए उस समय सिरदर्द का सबब बनी, जब पार्टी ने वहां से पहली सूची में पूजा सहगल तो दूसरी सूची में वंदना जेटली के नाम की घोषणा की।
रानीबाग वार्ड से भाजपा द्वारा प्रत्याशी बदले जाने से जहां क्षेत्रीय भाजपा कार्यकर्ताओं के उत्साह में कमी देखी गयी, वहीं अपना नाम बदले जाने से हताश पूजा सहगल भी अपना विरोध दर्ज करने पार्टी दफ्तर पहुंच गयीं। 14, पंत मार्ग पर पहुंचकर प्रत्याशी पूजा सहगल ने प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी से मिलकर अपनी बात रखनी चाहीं, तो वहां सुरक्षा में तैनात बाउंसर व सहयोगियों ने उनके साथ धक्कामुक्की की। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष ने पूजा सहगल को अपने कक्ष में बुलाकर उनसे बात की, लेकिन सवाल उठता है कि आखिर किस कारण से अंतिम समय में भाजपा ने अपना निगम प्रत्याशी बदला। यहां दिलचस्प बात यह है कि भाजपा के दोनों उम्मीदवार पूजा सहगल एवं वंदना जेटली ने ही अपने पर्चें दाखिल कर दिये। दोनों के पास भाजपा का सिंबल है। खबर लिखे जाने तक भाजपा प्रदेश कार्यालय से अंतिम फैसला नहीं आया था।
सूत्रों की मानें तो रानीबाग वार्ड से भाजपा द्वारा उम्मीदवार बदलने के पीछे जितने मुंह उतनी बातें की जा रही हैं। पूजा सहगल को कोई बाहरी बता रहा है, तो कुछ लोग प्रत्याशी बदलने के पीछे आरएसएस की मर्जी की बात कर रहें हैं।
ख्ौर, बात कुछ भी हो, लेकिन पूजा सहगल को बाहरी कहना सही नहीं है क्योंकि ये और इनका परिवार दिल्ली में रहता है और इनका पारिवारिक व्यवसाय भी यही पास के मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया में है।
दूसरी सूची में पूजा सहगल की जगह शामिल की गई वंदना जेटली भी यहीं की निवासी है और उनके पति पिछले निगम चुनाव में रानीबाग वार्ड से भाजपा उम्मीदवार रहे हैं, जिन्हें उस समय हार का मुंह देखना पड़ा था। पिछले चुनाव में हारने के बावजूद पूर्व भाजपा उम्मीदवार शशिदत्त जेटली की पत्नी को इस बार टिकट देना क्षेत्रीय लोगों के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को भी रास नहीं आ रहा है।

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