दूसरी बार भी हार की ओर बढ़ रहे शकूरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी हेमराज बैमाड़
नई दिल्ली। शकूरपुर (सुरक्षित) वार्ड नं. 69 से दूसरी बार मैदान में उतरे कांग्रेस प्रत्याशी हेमराज बैमाड़ अपना रंग दिखाने में फीके साबित हो रहे हैं, जिससे इनके दोबारा हारने की संभावना बन रही है। 10 अप्रैल को हेमराज बैमाड़ के चुनाव कार्यालय उद्घाटन पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन व पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज पहुंचे, लेकिन कार्यक्रम स्थल पर सुनने लायक भीड़ भी ना देखकर फटाफट रिबन काटकर वहां से चलते बने। शकूरपुर से बिना लोगों से मुखातिब हुए लौटते वक्त कांग्रेस नेताओं के चेहरे पर गुस्से की लकीरें स्पष्ट दिख रही थी। साथ ही पिछली बार हारने के बावजूद हेमराज बैमाड़ को दोबारा प्रत्याशी बनाये जाने का पछतावा भी उनके चेहरे पर झलक रहा था।
सूत्रों की माने तो कार्यक्रम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के सामने लगभग अकेले मौजूद कांग्रेस प्रत्याशी हेमराज बैमाड़ के जनसम्पर्क व पदयात्राओं में भी अमूनन यही स्थिति रहती है। कभी कांग्रेस के गढ़ कहे जाने वाले शकूरपुर में सज्जन कुमार और डॉ. एस. सी. वत्स के समय यहां पार्टी समर्थकों की भारी फौज हुआ करती थी, मगर जब से पूर्व कांग्रेस नेता जितेन्द्र सिंह तोमर पार्टी बदलकर ट्टआप’ में शामिल हुए, तब से यहां का समीकरण ही बदल गया। कार्यकर्ताओं की माने तो कांग्रेस ने हेमराज को उतारकर पहली बार जो गलती की थी, वही गलती उन्हें दोबारा टिकट देकर दोहरायी है, इसलिए यहां के सारे कांग्रेस कार्यकर्ता कोहाट वार्ड प्रत्याशी के प्रचार में नजर आते हैं।
लगभग अकेले चुनाव प्रचार कर रहे शकूरपुर (सुरक्षित) से कांग्रेस प्रत्याशी हेमराज बैमाड़ के हारने की सूरत अभी से बन रही है और लोग उन्हें अभी से ही गेम से बाहर का खिलाड़ी मान रहे हैं।