नई दल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि उनकी बैठकों में मोबाइल फोन पर इसलिये पाबंदी लगायी गयी क्योंकि वह अक्सर पाते थे कि आधिकारिक चर्चा के बीच अधिकारी सोशल मीडिया साइट चेक कर रहे हैं। उन्होंने कहा, मैं इन दिनों देखता हूं कि जिला स्तर पर अधिकारी बेहद व्यस्त हैं। इतने व्यस्त कि उनका अधिकतर समय इसमें (सोशल मीडिया) में जाता है। मैंने अपनी बैठकों में इनका (मोबाइल फोनों का) प्रवेश बंद कर दिया क्योंकि वह (अधिकारी) इसे निकालेंगे और शुरू हो जायेंगे (सोशल मीडिया साइट चेक करने में)। सिविल सर्विसेज दिवस के मौके पर यहां एक बैठक में उन्होंने नौकरशाहों को बताया कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल लोगों के कल्याण के लिये होना चाहिये ना कि आत्म प्रशंसा के लिये। उन्होंने कहा कि दुनिया ई-गवर्नेंस से मोबाइल गवर्नेंस की तरफ बढ़ रही है और अच्छे उपकरण का इस्तेमाल लोगों के कल्याण के लिये होना चाहिये। सोशल मीडिया साइटों का इस्तेमाल अच्छे कामों के बारे में जानकारी के प्रसार के लिये होना चाहिये। प्रधानमंत्री ने कहा, अगर मैं पोलियो टीकाकरण की तारीख के बारे में लोगों को सोशल मीडिया के जरिये जानकारी दे रहा हूं कि उन्हें इस तारीख पर टीकाकरण के लिये आना चाहिये, तब यह (सोशल मीडिया) मददगार है। लेकिन अगर टीकाकरण से जुड़े काम के दौरान मैं फेसबुक पर अपनी तस्वीर लगाकर प्रशंसा करूं तब यह एक सवालिया निशान (नौकरशाह द्वारा किये गये काम पर) खड़े करती है।
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