-
जनमत की पुकार/आरके जायसवाल
नई दिल्ली। एमसीडी में बीजेपी भले ही बहुमत से जीत गई हो, लेकिन दिल्ली सरकार के साथ टकराव खत्म नहीं हुआ है. ताज़ा टकराव नए ज़ोन के नोटिफिकेशन को लेकर है, जिसकी फाइल दिल्ली सरकार के पास लंबित है. बीजेपी का आरोप है कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार जानबूझकर एमसीडी के नए ज़ोन को नोटिफाई नहीं कर रही है, जिससे एमसीडी का गठन पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है.
दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस मामले में मोर्चा खोल दिया है और सीधा आरोप केजरीवाल पर लगाया है. उन्होंने कहा है कि कि केजरीवाल एमसीडी में अपनी पार्टी की हार का बदला दिल्ली की जनता से ले रहे हैं.
मनोज तिवारी ने कहा कि एमसीडी में वार्डों का डिलिमिटेशन हुआ था, जिसके बाद एमसीडी के ज़ोन की सीमाओं में भी बदलाव होना था. मगर दिल्ली सरकार इस बदलाव को नोटिफाई नहीं कर रही है, जिससे एमसीडी की ज़ोन समितियों का गठन चुनाव के तीन महीने बाद तक नहीं हो पाया है. तिवारी ने कहा इसका असर एमसीडी के कामकाज पर पड़ रहा है, क्योंकि जब तक ज़ोन कमेटी नहीं बनेंगी, तब तक एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी भी पूरी तरह से गठित नहीं हो पाएगी, क्योंकि स्टैंडिंग कमेटी में जो़न से भी सदस्य चुनकर आते हैं. ऐसे में न तो एमसीडी में कोई नई नीति बन पा रही है और न ही बजट को मंजूरी मिल पा रही है.
मनोज तिवारी ने बताया खासतौर पर नार्थ और साउथ एमसीडी में ये दिक्कत आ रही है. उन्होंने चेतावनी दी, ”अगर सोमवार तक ज़ोन नोटिफाई नहीं किए जाते, तो वो खुद पार्षदों के साथ केजरीवाल के घर के सामने बैठ जाएंगे और उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने देंगे.”
‘बदले की भावना से काम कर रहे केजरीवाल’
मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल बदले की भावना में इतना नीचे गिर जाएंगे, इसकी कल्पना भी उन्होंने नहीं की थी. तिवारी ने कहा अब दिल्ली की जनता की लड़ाई वो खुद लड़ेंगे और केजरीवाल जहां जाएंगे, वहीं उनका विरोध होगा, जब तक कि वो ज़ोन नोटिफाई नहीं करते.
वहीं दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार जानबूझकर एमसीडी के जो़न को नोटिफाई नहीं कर रही है, ताकि एमसीडी का कामकाज ठप पड़ जाए और बीजेपी की बदनामी हो, लेकिन इसकी वजह से जनता को जो परेशानी हो रही है और दिल्ली का जो नुकसान हो रहा है उसके लिए पूरी तरह से केजरीवाल ज़िम्मेदार होंगे.