“बैंककर्मी अपने संबंधियों और परिजनों को पहले पैसे देकर कैश खत्म कर देते हैं”

People queue up to get money from an ATM

आरके जायसवाल/जनमत की पुकार
नई दिल्ली। साल का आखिरी महीना और महीने की पहली तारीख को वेतन मिलने के बाद लोग पैसा निकालने के लिए बैंक पहुंचे तो वहां लंबी लाइन देखकर उनके हौसले पस्त हो गए। इसी के साथ बैंकों के बाहर लगी लाइन को देखकर उनकी ओर से कई गई तैयारियों की कलई खुल गई। अपने खाते से पैसा निकालने के इंतजार में सुबह से लाइन में लगे लोगों को सबसे अधिक परेशानी उस समय हुई, जब बैंककर्मियों ने नो कैश का बोर्ड बैंक के बाहर टांग दिया। इलाके के एटीएम की स्थिति भी कुछ ऐसी ही रही। अधिकतर एटीएम के बाहर नो कैश का बोर्ड पहले से लगा था। इससे वेतन मिलने से खुश लोगों के चेहरे का रंग फीका पड़ गया।
उत्तरी दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस, पीतमपुरा, कोहाट एंक्लेव, रोहिणी, शालीमार बाग, त्रिनगर, मजलिस पार्क, मादीपुर, पंजाबी बाग, मॉडल टाउन, मुर्खर्जी नगर सहित आसपास के विभिन्न इलाकों में लोग इस उम्मीद में एटीएम पहुंचे ताकि वे निकाल सकेंगे। लेकिन उन्हें एटीएम से खाली हाथ लौटना पड़ा। एटीएम की लाइन में खडे़ लोगों ने बताया कि इलाके के एटीएम में पिछले कई दिनों से पैसा नहीं है, इस कारण काफी परेशानी हो रही है। वहीं, एटीएम बूथ के बाहर खड़े सुरक्षाकर्मियों के मुताबिक, लोग जैसे ही सुनते हैं कि फलां एटीएम में थोड़ी देर पैसा आ जाएगा तो उस एटीएम की ओर दौड़ लगा देते हैं।
महीने की पहली तारीख को नांगलोई इलाके के एचडीएफसी बैंक की शाखा में वेतन लेने पहुंचे एक शिक्षक ने बताया कि बैंक पहुंचने के एक घंटे के भीतर ही कैश खत्म हो गया। इस पर जब लोगों ने बैंककर्मियों से इस बारे में पूछताछ की तो उन्होंने बेरुखी से जवाब दिया कि जब होंगे तब मिल जाएंगे। इस बेरुखी को देखकर लाइन में खड़े दूसरे लोगों का भी गुस्सा फूट पड़ा और लोग बैंक के इंतजाम पर सवाल खड़े करने लगे। साथ ही आरोप लगाया कि बैंककर्मी अपने संबंधियों और परिजनों को पहले पैसे देकर कैश खत्म कर देते हैं।

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