नई दिल्ली। मोतीनगर विधानसभा क्षेत्र कई समस्याओं से जूझ रहा है। ऐसा लगता है मानो इस क्षेत्र को प्रदेश की सरकार ने उपेक्षित कर दिया है। क्षेत्र के पूर्व विधायक सुभाष सचदेवा बताते हैं कि पिछले ढाई वर्षों में क्षेत्र में ऐसा कोई विकास से जुड़ा कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ हैे। भूमिगत जलाशय क्षेत्र में होने के बाद भी कई कॉलोनियों में पेयजल की समस्या लोगों को परेशान कर रही है।
सुभाष सचदेवा बताते हैं कि कॉलोनियों में आए दिन पानी की समस्या लोगों को परेशान करती है। करोड़ों की लागत से क्षेत्र में भूमिगत जलाशय का निर्माण कराया गया था, लेकिन इस निर्माण से क्षेत्र के लोगों को रत्ती भर भी फायदा नहीं मिल रहा है। सीवर की समस्या क्षेत्र में कायम है। क्षेत्र में जाम की समस्या दिनों दिन गंभीर होती जा रही है। पंजाबी बाग इलाका जाम का पर्याय बन चुका है। पंजाबी बाग फ्लाईओवर के दोहरीकरण की योजना तैयार की गई थी, लेकिन इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इसी तरह जखीरा फ्लाईओवर पर चढ़ने के लिए एप्रोच वे बनना था उसका कोई अता पता नहीं है। मायापुरी फ्लाईओवर का भी विकास होना था। किसी भी मसले पर कुछ नहीं हुआ। फुटओवर ब्रिज तक का निर्माण ठंडे बस्ते में है। कमोबेश पूरी दिल्ली में आप जहां भी जाएं समस्याएं आपका पीछा नहीं छोडेंगी। देश की राजधानी की ऐसी स्थिति आश्चर्य में डाल देती है। सरकार व अधिकारियों के बीच सामंजस्य का घोर अभाव है। सरकार अधिकारियों के साथ तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। आज अधिकारी राज्य सरकार के साथ असहज महसूस करते हैं।