रेप केस में बचने के लिए फलाहारी बाबा ने अपनाया नया पैंतरा, कोर्ट में कहा हूं नपुंसक

नई दिल्ली। बिलासपुर (छत्तीसगढ़) की एक विधि छात्रा का यौन शोषण करने के आरोप में कौशलेन्द्र प्रपन्नाचार्य फलाहारी महाराज (70) को अलवर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि फलाहारी बाबा को  एक निजी अस्पताल से गिरफ्तार करने के बाद अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट प्रवीण कुमार की अदालत में पेश किया गया।

पुलिस द्वारा अभियुक्त का रिमांड न मांगने पर अदालत ने उसे 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच पूरी हो चुकी है। पुलिस को अभियुक्त से अब कोई पूछताछ नहीं करनी है। फलाहारी बाबा ने अदालत जाते समय कहा कि वह निर्दोष हैं तथा उनको अदालत पर भरोसा है। सरकारी वकील हरीश कुमार शर्मा ने बताया कि अदालत ने बाबा की जमानत के लिए लगाई गई अर्जी खारिज कर दी और मैडीकल सहायता के प्रार्थना पत्र पर जेल नियमों के आधार पर मैडीकल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

जेल पहुंचते हीं आरोपी बाबा नारियल पानी मांगने लगा और कहने लगा कि वो सिर्फ फल ही खाता है, जिसका मतलब की वह जेल का भोजन नहीं खाएगा।  इसकी जानकारी जेल के अधिकारियों ने राज्य सरकार को दी । जिसका मतलब ये की शनिवार रात बाबा  केवल पानी पीकर ही सोया है।

पोटेंसी टेस्ट के दिए गए आदेश

बाबा के वकील ने कोर्ट में कहा कि बाबा काम वासना पर काबू पाने के लिए जड़ी बूटी का सेवन करते हैं। लिहाजा 60 साल की उम्र में नपुंसक हो गए हैं, जिस को लेकर ही बाबा की पोटेंसी टेस्ट के भी आदेश हुए हैं।

Share Button

Related posts

Leave a Comment