जनमत की पुकार ब्यूरो
नई दिल्ली। पिछले दिनों 10 सितम्बर को संतनगर रानीबाग स्थित समुदाय भवन में गौ ग्रास सेवा समिति, रानीबाग द्वारा गौ ग्रास सेवक सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें भारी संख्या में गौ—भक्तों ने भाग लिया।
दिल्ली संत महामंडल एनसीआर क्षेत्र के महामंत्री महंत नवलकिशोर दास ने गौ—कथा के बारे में विस्तार से बताया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्यामलाल गर्ग, पार्षद वंदना जेटली, नीरज गुप्ता, रोशनलाल आहूजा, कमलकांत शर्मा, सुदेश भसीन, बिट्टी टिक्की वाला के मालिक सतीराम यादव, मदन खुराना व अन्य गण्मान्य लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर गौ ग्रास सेवा समिति, रानीबाग के अध्यक्ष बाबूराम गुप्ता ने बताया कि गोपाल गौसदन, बवाना और नरेला के मध्य हरेवली गांव नहर के किनारे सन् 1994 में स्थापित हुआ था। इसके लिए दिल्ली सरकार ने यह भूमि उपलब्ध कराई थी, जो उबर—खाबर और बंजर थी। उदार गौ भक्तों के आर्थिक सहयोग से उक्त जमीन पर गौशाला का निर्माण हुआ। गौ भक्तों के सहयोग और गौमाता के चरण पड़ने से आज यह भूमि ठीक हो रही है और उसमें हरियाली भी हो गई है। गोपाल गौसदन में अनेक पेड़ लगाये गये हैं तथा तालाब और पार्क का निर्माण भी किया गया है। इस समय गौशाला में लगभग 4000 गौवंश है। इस गौसदन में दिल्ली की सड़कों पर घूमने वाली बीमार और अपाहिज गायें नगर निगम द्वारा पकड़ कर लाई जाती हैं। इनमें अनेक गायें पौलीथीन की थ्ौलियां खाने के कारण बीमार हो जाती है और मरने पर उनके पेट से 15—20 किलो तक पौलीथीन निकलता है। गोपाल गौसदन में डॉक्टरों द्वारा बीमार गायों के इलाज के लिए आपातकालीन सुविधाएं भी प्रदान की जाती है।