अधिकारियों के समर्थन में आईं शीला, भड़के ‘आप’ नेताओं ने लगाया घोटालेे का आरोप

नई दिल्ली। नौकरशाही को लेकर दिल्ली में राजनीति गरमाई हुई है। एक तरफ दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच जंग चल रही है। इनके बीच में फंसे अधिकारी खुद बचने का रास्ता निकाल रहे हैं। इसी लड़ाई के बीच पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने मंगलवार को नौकरशाही की तारीफ की। उन्होंने कहा कि मेरे समय में दिल्ली में नौकरशाहों ने बेहतर काम किया है। शीला के इस बयान से आम आदमी पार्टी नाराज हो गई।

बुधवार को इस मामले में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री काम नहीं करने वाले अधिकारियों की तारीफ कर रही हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भी शीला दीक्षित के खिलाफ खड़े हो गए।

शीला दीक्षित को घेरने का प्रयास 

‘आप’ ने पत्रकार वार्ता बुलाकर दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक के एक मामले को लेकर शीला दीक्षित को घेरने का प्रयास किया। ‘आप’ दिल्ली के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस बैंक में कर्मचारियों की भर्ती में गड़बड़ी व ऋण देने में घपलेबाजी का आरोप लगाकर शीला दीक्षित को भी उसमें लपेटने का प्रयास किया।

शीला दीक्षित की नाक के नीचे करोड़ों रुपये का बैंक घोटाला हुआ

भारद्वाज ने कहा कि शीला दीक्षित की नाक के नीचे करोड़ों रुपये का बैंक घोटाला हुआ था। बैंक-घोटाला दबा रहे अधिकारियों के प्रति वह स्नेह दिखा रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक में साल 2012 में बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया। वर्तमान में दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव शीला दीक्षित के उसी घोटाले के संदर्भ में जवाबदेही से बच रहे हैं और यही वजह है कि अधिकारी के प्रति पूर्व सीएम शीला दीक्षित का स्नेह उमड़ रहा है।

बैंक घोटाले में कांग्रेस नेताओं का पर्दाफाश करेगी ‘आप’

भारद्वाज ने कहा है कि आम आदमी पार्टी जल्द ही इस बैंक घोटाले में कांग्रेस के बड़े नेताओं के सीधे हस्तक्षेप का पर्दाफाश करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि शीला दीक्षित की सरकार ने जयभगवान नाम के व्यक्ति को इसी बैंक का एडमिनिस्ट्रेटर बनाया और फिर बाद में बैंक के फर्जी सदस्यों के सहारे जयभगवान को डायरेक्टर और फिर बैंक का चेयरमैन भी बनवा दिया। जयभगवान के समय ही इस बैंक में बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया।

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