नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश में भाजपा की नैया पार कराने के लिए दिल्ली भाजपा के महारथी इन दिनों पहाड़ी राज्य में डेरा डाले हुए हैं। मंडी लोकसभा क्षेत्र की 14 विधानसभा सीटों (विस) पर पार्टी उम्मीदवारों को जीत दिलाने का दारोमदार इन्हीं के ऊपर है। नेताओं के बीच बेहतर तालमेल बनाकर चुनाव प्रचार को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली प्रदेश के संगठन महामंत्री सिद्धार्थन भी इन दिनों सूबे के प्रवास पर हैं।
भाजपा हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को हराकर भगवा पताका फहराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। चुनावी समर में मजबूत घेरेबंदी के लिए केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर दिल्ली के नेता भी वहां पहुंचे हुए हैं। दक्षिणी दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी व दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को पांच-पांच और पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा को चार विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार का दायित्व दिया गया है। इन सभी के साथ दिल्ली से गए दो-दो वरिष्ठ नेताओं की टीम भी है।
उक्त 14 विस सीटों में से सिर्फ छह सीटें भाजपा के पास है जिस पर पकड़ बरकरार रखते हुए अन्य आठ सीटों पर भी कमल खिलाना इन नेताओं के लिए बड़ी चुनौती है। हिमाचल सरकार के दो मंत्री ठाकुर कौल सिंह और प्रकाश चौधरी जैसे कांग्रेसी दिग्गज भी यहीं से चुनाव मैदान में हैं। इन्हें मात देकर भाजपा को हिमाचल की सत्ता हासिल करनी है। इसमें कोई चूक नहीं हो इसके लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र को अलग-अलग सेक्टर में बांटकर चुनाव प्रचार किया जा रहा है। प्रत्येक नेताओं को पंचायत स्तर पर जाकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने, चुनावी सभाएं करने, नाराज नेताओं व कार्यकर्ताओं को समझा बुझाकर चुनाव प्रचार में लगाने और फीडबैक के आधार चुनावी रणनीति बनाने का निर्देश दिया गया है।
इस बाबत फोन पर सांसद रमेश बिधूड़ी ने बताया कि कांग्रेस की वीरभद्र सिंह सरकार में व्याप्त घोर भ्रष्टाचार के कारण प्रदेशवासी खासे नाराज हैं। कांग्रेस ने बेरोजगारों को बेरोजगारी भत्ता देने सहित कई वादे किए थे जो पूरे नहीं किए। मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। वहीं, लोग केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों से खुश हैं इन सभी पहलुओं का लाभ भाजपा को मिलेगा। वहीं, विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि भाजपा के पक्ष में माहौल है। चार नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली है जिसे लेकर यहां के लोगों में भारी उत्साह है।