राजकोट। नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि यदि उनपर यह कदम उठाने का दबाव डाला गया होता तो वे वित्त मंत्री पद से इस्तीफा दे देते। उन्होंने शनिवार को जीएसटी लागू करने में हड़बड़ी और पसंदीदा बुलेट ट्रेन परियोजना को लेकर भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा।
अर्थव्यवस्था की स्थिति पर व्याख्यान देने आए पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कार्यक्रम से इतर बातचीत में कहा, ‘यदि मेरे प्रधानमंत्री ने मुझे नोटबंदी करने के लिए कहा होता तो मैं उन्हें यही सुझाव देता कि ऐसा नहीं कीजिए। यदि इसके बाद भी जोर डालते तो मैं इस्तीफा थमा देता।’
उन्होंने आगे कहा, ‘नोटबंदी एक बुरा विचार, पूर्ण विराम। जीएसटी एक बेहतर विचार, लेकिन जल्दबाजी में लागू किया गया। इसे उचित देखभाल और ध्यान से लागू किया जाता तो अच्छा रहता।’
आजादी की मांग का मतलब स्वायत्तता
पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम ने एक समाचार पोर्टर से कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर में गुप्तचर ब्यूरो के पूर्व प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त करना ‘ध्यान भटकाने वाली’ युक्ति है। उन्होंने कहा कि उनकी नजर में आजादी की मांग का मतलब यही है कि लोग स्वायत्तता चाहते हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घाटी में अभी भी उबाल है जिससे वह चिंतित हैं।