प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा आयोजित 25वां प्रजापति सामूहिक विवाह समारोह में 21 कन्याओं का विवाह धूमधाम से संपन्न

जनमत की पुकार

नई दिल्ली। प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह व स्वास्थ्य शिविर का आयोजन छतरपुर मंदिर स्थित मार्कण्डे भवन में किया गया। इन कन्याओं को आर्शीवाद देने के लिए विभिन्न जगहों से विभिन्न संस्थाओं के लोग एकत्रित हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ अनिल गीता मेटल एवं प्रजापति महासभा के समस्त सदस्यों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्रदीप चंद्र, महासचिव राजेश कुमार वर्मा, ओम प्रकाश, मलखान जी, गुलाब जी, डाॅ प्रशांत, धनराज जी, इंद्रवति, निर्मल देवी, सुरेंद्र जी, धर्मपाल सुखरालिया, डोरीलाल गालव, राजपाल गोला, परमानंद जी, स्कवा, युवा अध्यक्ष प्रवेश बंशीलाल, जयसिंह, नागेंद्र प्रजापति सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदीप चंद एवं मंच का संचालन उषा जी महिला अध्यक्ष व मुख्य महासचिव राजेश कुमार वर्मा ने की।

इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष प्रदीप चंद ने बताया कि प्रजापति महासभा दिल्ली प्रदेश द्वारा करवाये जा रहे 21 कन्याओं का सामूहिक विवाह सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि संस्था समय – समय पर दिव्यांगजनों व अन्य गरीब लोगों के इलाज के लिए भी आर्थिक सहायता मुहैया करवाती रहती है और समाज में इससे बढ़कर कोई नहीं है। संस्था गृहस्थी जीवन शुरु करने के लिए आवश्यक संसाधन भी मुहैया करा रही है। धर्मशाला अध्यक्ष रमेश ने कहा कि हिन्दू रीति रिवाज में कन्यादान का विशेष महत्व होता है। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक वर वधु को तुलसी का एक पौधा भी भेंट किया गया। उसे यादगार के रूप में घर के आसपास लगाने एवं पौधे के पल्लवन और संरक्षण के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही वर वधु ने पौधे लगाने का संकल्प भी लिया। वर वधुओं ने पारंपरिक रस्मों को पूरा किया और एक दूसरे के गले में वरमाला डाली तथा आयोजन में उपस्थित बुजुर्गों से आर्षीवाद ग्रहण किया। विवाह समारोह बेहद शानदार तरीके से आयोजित किया गया और जोड़ों के सपनों को साकार करते हुए उनके लिए इसे जीवनभर का एक यादगार अनुभव बनाने के लिहाज से व्यापक तौर पर इंतजाम किए गए।

महासचिव राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे इस अवसर पर बेटियों को आर्शीवाद देने का मौका मिला है। पहले बेटी की शादी के लिए माता पिता को जमीन तक बेचनी पड़ जाती थी, अब बेटियों के विवाह की चिंता नहीं करनी पड़ती। उन्होंने बेटियों को आगे की पढाई जारी रखने, बुजुर्गो का सम्मान करने तथा छोटा परिवार सुखी परिवार का आदर्श स्थापित कर अपने जीवन को सुखमय बनाने का आहवान किया। इस अवसर पर नवविवाहित जोड़ो ने कन्या भूर्ण हत्या नहीं करने, दहेज ना लेने व ना देने की तथा वृक्षारोपण करके वातावरण का स्वच्छ व शुद्ध बनाने की शपथ भी ली।

इस अवसर पर डॉ. राजेश खंडोदिया के सहयोग से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन हुआ था। शिविर में रक्तदान, नेत्रदान व ब्लड, शुगर, वीपी व अन्य सभी प्रकार की जांच की गई, जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, जो संस्था द्वारा निःशुल्क था। छतरपुर मंदिर स्थित मार्कण्डे भवन में इस प्रकार का यह पहला आयोजन था।

Share Button

Related posts

Leave a Comment