ज्वेलरी व्यापारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में आगामी 17 मार्च को दिल्ली का व्यापार बंद रहेगा ! यह निर्णय कल रात दिल्ली के प्रमुख व्यापारी नेताओं की एक बैठक में लिया गया जिसका आयोजन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया था ! बैठक में दिल्ली के सभी भागों के प्रमुख व्यापारिक संगठनों के 200 से अधिक व्यापारी नेता मौजूद थे ! दिल्ली व्यापार बंद का आवाहन दिल्ली के सभी व्यापारिक संगठनों की ओर से किया गया ! उसी दिन दिल्ली बुलियन, जेवेल्लेर्स, स्वर्णकार एक्शन कमेटी द्वारा रामलीला मैदान में आयोजित एक विराट रैली में भी दिल्ली के व्यापारी बड़ी संख्यां में भाग लेंगे ! बैठक की अध्यक्षता कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी.सी.भरतिया ने की !
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खण्डेलवाल ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली से अपील करते हुए कहा की व्यापारी टैक्स इकठ्ठा करके सरकार को देने में सहयोग करना चाहता है लेकिन जटिल कर प्रणाली व्यापारियों का शोषण करती है ! उन्होंने कहा की वित्त मंत्री व्यापारियों से बातचीत का सिलसिला शुरू करें ओर कर इकठ्ठा करने के अन्य विकल्पों पर विचार करें ! व्यापारी अपनी ओर से तार्किक सुझाव देने के लिए तैयार है ! उन्होंने कहा की ज्वेलरी व्यापारियों पर लगी एक्साइज ड्यूटी को वापिस लिया जाए !
एक अनुमान के अनुसार पिछले 8 दिनों की ज्वैलरी व्यापारियों की देशव्यापी हड़ताल से लगभग 8500 करोड़ रुपये केव्यापार का नुकसान हुआ है जिसके कारण 250 करोड़ रुपये की राजस्व की हानि कस्टम ड्यूटी के रूप में हुई है वही दूसरीऔर लगभग 65 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि वैट कर के रूप में हुई है। भारत प्रतिवर्ष लगभग 1000 मैट्रिक टन सोनेका आयात करता है जिसका लगभग 45% प्रतिशत सोना ज्वैलरी बनाने के काम आता है।