दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने मंगलवार को कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने बजट पेश करते समय अपनी पीठ थपथपाई और वर्तमान बजट को ‘0 टैक्स बजट’ करार दिया। यदि यह 0 टैक्स बजट है तो एक साल में दो बार क्यों पेट्रोल व डीजल पर टैक्स बढ़ाया था। माकन ने कहा कि आप सरकार टैक्स कलैक्शन में पूरी तरह से फेल हुई है तथा राजस्व कलैक्शन मंे कुल 7.63 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि प्लान फंड को खर्च करने में भी भारी कमी आई है। माकन ने कहा कि प्लान तथा नान-प्लान बजट खर्च करने में भारी अंतर आया है जिसके कारण दिल्ली का विकास रुक गया है। माकन ने कहा कि यदि हम दिल्ली में कांग्रेस के राज के समय टैक्स कलैक्शन की तुलना करें तो आप सरकार के वर्तमान बजट में टैक्स कलैक्शन में भारी गिरावट आई है। माकन ने कहा कि आप सरकार लोगों को गलत तथ्यों के द्वारा भ्रमित कर रही है। माकन ने आप सरकार द्वारा दिए गए बजट को झूठ और फरेब का बजट करार दिया है और कहा कि वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए सफेद झूठ बोला है और असलियत जनता के सामने नहीं रखी। इस संबंध में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए अजय माकन ने कहा कि पिछले वर्ष के टारगेट के हिसाब से वैट कलैक्शन में 3000 करोड़ रुपये की कमी हुई है जो कि टारगेट से 12.50 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है। वर्तमान बजट में सेल्स टैक्स में 10.53 प्रतिशत की वृद्धि दिखाई गई है तथा जिसमंे उन्होंने बहुत ज्यादा वृद्धि के रुप में दिखाया है। यदि हम कांग्रेस के शासन काल के वित्त वर्ष 2010-2011 की बात करें तो इसमंे 26 प्रतिशत की बढ़ौतरी थी, जो 2012-2013 में 17.86 प्रतिशत की थी। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर वर्तमान बजट में वेट में कुल बढ़ौतरी 13.63 प्रतिशत दिखाई गई है जबकि कांग्रेस के राज में 2010-2011 में 18.28 प्रतिशत, 2011-12 में 29.17 प्रतिशत तथा 2012-13 में यह 24.99 प्रतिशत थी। माकन ने कहा कि यदि कांग्रेस के कार्यकाल में वैट कलैक्शन को आम आदमी पार्टी की सरकार के राज से तुलना की जाये तो उसमंे भारी कमी आई है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इसी प्रकार आप सरकार ने दिल्ली नगर निगम का गला घोटने की कोशिश की है। यदि हम आंकड़े देखे तो प्लान बजट से उन्होंने 1712.5 करोड़ रुपया दिल्ली नगर निगम को आवंटित करने की बात की है। जबकि कांग्रेस के कार्यकाल में 2011-12 में यह फंड 1485 करोड़ था, 2013-14 में 1881.35 करोड़ था। अर्थात दिल्ली नगर निगम के लिए जो बजट वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए बढ़ना चाहिए था वह आप सरकार ने जानबूझ कर कम कर दिया। अजय माकन ने कहा कि आप सरकार प्लान फंड के खर्च करने में भी पूरी तरह से फेल रही है। उन्होंने कहा कि 19000 करोड़ रुपये में से 21 मार्च 2016 तक केवल 11900 करोड़ रुपया खर्च हुआ था, हालांकि दिल्ली सरकार के वित्त मंत्री ने अपने बजटीय भाषण में कहा था कि उन्होंने 16400 करोड़ रुपया खर्च किया। अर्थात 10 दिनों में आप सरकार ने 4500 करोड़ रुपया खर्च कर डाला। जबकि उन्होंने बजटीय भाषण में कहा था कि उन्होंने नागरिकों के पैसे को बड़ी सावधानी से खर्च किया है और आनन-फानन में वित्त वर्ष की समाप्ति तक पूरा पैसा खर्च नही किया। माकन ने कहा कि हम मनीष सिसोदिया से यह पूछना चाहते है कि उन्होंने 4500 करोड़ रुपया मात्र 10 दिनों में कहां खर्च कर दिया। क्या इसमें कोई भ्रष्टाचार हुआ है? माकन ने कहा कि आप सरकार के कार्यकाल में कुल प्लान बजट का खर्च भी 2600 करोड़ रुपये के ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुॅच गया है। माकन ने कहा कि पिछला बजट पेश करते समय आप सरकार ने अपनी पीठ थपथपाई थी कि उन्होनंे शिक्षा के क्षेत्र का बजट दुगना कर दिया था और इसको लेकर उन्होंने लाखों रुपये के विज्ञापन भी प्रचारित किए थे। माकन ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्लान व नान प्लान बजट में केवल मात्र 17.96 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि आप सरकार ने पिछले बजट में शिक्षा के बजट को दुगना करने की बात को लेकर जो लाखों रुपये के विज्ञापन दिए थे उनका पैसा आम आदमी पार्टी को दिल्ली के खजाने में जमा कराना चाहिए, क्योंकि यह पैसा दिल्ली की जनता के खून पसीने की कमाई का है। अजय माकन ने कहा कि वर्तमान बजट में आप सरकार ने विज्ञापन के लिए पिछले वित्त वर्ष के लिए आवंटित 526 करोड़ रुपये से कम करके 200 करोड़ रुपया कर दिया है। माकन ने कहा कि केजरीवाल सरकार को यह बताना चाहिए कि उन्होंने विज्ञापन के लिए कांग्रेस के 24 करोड़ के बजट की तुलना में 10 गुना पैसा क्यों रखा है? केजरीवाल सरकार को इस बेहताशा वृद्धि का स्पष्टीकरण देना चाहिए। माकन ने कहा कि आप सरकार भविष्य में किए जाने वाले कार्यों की तो बात कर रही है परंतु वे यह नही बता रहे कि उनके पिछले बजट में किए गए वायदों का क्या हुआ। माकन ने कहा कि आप पार्टी का बजट सच्चाई से परे है। उदाहरण स्वरुप उन्होंने बताया कि वर्तमान बजट में अनाधिकृत कालोनियों के लिए 300 करोड़ का प्रावधान रखा है जबकि दिल्ली की 40 प्रतिशत जनता अनाधिकृत कालोनियों में निवास करती है। माकन ने कहा कि 300 करोड़ रुपया अनाधिकृत कालोनियों में उॅट के मुॅह में जीरा के मुहावरे को सार्थक करता है। माकन ने कहा कि ज्ञात हो कि कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने अनाधिकृत कालोनियों के लिए 2700 करोड़ रुपया कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए की केन्द्र सरकार से लिया था, जिसके कारण अनाधिकृत कालोनियों में विकास हुआ। अजय माकन ने बजट एलोकेशन में निर्धारित न खर्च किए गए बड़े पैमाने पर बजट के पैसे को इंगित करते हुए कहा कि एक तरफ तो दिल्ली सरकार के वित्त मंत्री केन्द्र से अतिरिक्त पैसा मांग रहे है दूसरी ओर 3,164 करोड़ जनता का पैसा सरकार के खजाने में बिना इस्तेमाल किए हुए पड़ा है।
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