- झंझारपुर, पटना और पुणे सहित कई ठिकानों पर हुई छापेमारी
- ईडी की छापेमारी की सूचना मिलते ही घर के बाहर जुटे लोग,दिनभर होता रहा चर्चा
- घर के बाहर तैनात दिखे सीआरपीएफ के जवान, केयरटेकर से हुई पूछताछ
जनमत की पुकार
झंझारपुर: (रितेश कुमार राय)। मंगलवार की अहले सुबह झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव के गंगापुर स्थित आवास पर ईडी ने सुबह के 6 बजे से लेकर शाम के 5 बजे तक यानी 11 घंटों तक छापेमारी कर सबूत इकट्ठा करने के लिए विभिन्न कागजात खंगाले और केयरटेकर से गहन पूछताछ किया।इस दौरान दो रूम के दराज के लॉक तोड़कर तहकीकात किया।
सुबह 6 बजे जैसे ही ईडी ने इंट्री मारी गांव में हड़कंप मच गया।सीआरपीएफ के जवानों ने आवास को चारों तरफ से घेर लिया। देखते ही देखते घर के बाहर ग्रामीणों और समर्थकों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई।ग्रामीणों को सीआरपीएफ के जवानों ने आवास से दूर रहने को कहा।आवास के मुख्य गेंट और दोनों गलियों में सीआरपीएफ के जवान दिनभर डटे रहें। इधर ईडी ने बारीकी से सभी कमरों को खंगाला।विभिन्न कागजात खंगाले। आवास पर ना तो पूर्व विधायक गुलाब यादव थे,ना ही एमएलसी अम्बिका गुलाब यादव थी और ना ही जिप अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव थी।ऐसे में ईडी ने घर के दो केयरटेकर से गहन पूछताछ किया।
ईडी ने गुलाब यादव और विधुत विभाग के मुख्य सचिव संजीव हंस के कुल 21 ठिकाने पर एक साथ छापेमारी किया। दिनभर मीडिया और सोशल मीडिया पर खबर तैरती रही।ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी से सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया। सुत्रों की माने तो जिप अध्यक्ष बिंदु गुलाब यादव और एमएलसी अंबिका गुलाब यादव से पूछताछ पूरी हो चुकी है और खबर प्रेषण तक गुलाब यादव से पूछताछ जारी था।
केयरटेकर संदीप कुमार यादव ने बताया कि सुबह में जब ईडी ने दस्तक दिया तो सबसे पहले उन्होंने नोटिस दिखाया कि हमलोग ईडी से हैं एक साथ पटना, दिल्ली और पूणे में छापेमारी हो रही है। ज्यादा जानकारी के लिए आप कंफर्म हो सकते हैं फिर जब इन्होंने फोन पर बात किया तो पता चला कि सही में छापेमारी हो रही है। फिर अंदर गए और विभिन्न कमरों की तलाशी ली। दराज बंद था तो दराज को थोड़कर तहकीकात किया गया दराज में भी कुछ नहीं मिला। ईडी की छापेमारी की बात सुनते थे और सीनेमा में देखते थे लेकिन आज मुझे खूद सामना करना पडा़। 11 घंटों तक मोबाइल जप्त कर लिया गया था।जाते वक्त मोबाइल दिया। खाना भी खाए और पंचनामा कागज पर हस्ताक्षर भी करवाया।उन्होंने कहा कि छापेमारी में कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मेरे साथ कोई गलत व्यवहार नहीं किया।
छापेमारी टीम में कुल 19 लोग थे। 6 पदाधिकारी और 10 सीआरपीएफ के जवान और तीन ड्राइवर थे। मुख्य अधिकारी धमेंद्र कुमार सिंह थे।
पूर्व विधायक गुलाब यादव के समर्थकों और करीबियों ने बताया कि राजनीति में बढ़ते कद और लोकप्रियता के कारण राजनीति से प्रेरित होकर कार्यवाही हो रही है। लोगों ने बताया कि हमलोग मरते दम तक उनके साथ रहेंगे।
जाते समय ईडी के अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज किया और मोबाइल से वीडियो बनाते हुए गया।