आरबीआई की वर्ष 2016-17 की पहली द्वैमासिक मौद्रिक नीति की मुख्य बातें इस प्रकार हैंः- 1. रेपो दर 0.25 प्रतिशत घट कर 6.50 प्रतिशत पर 2. रिवर्स रेपो 0.25 प्रतिशत बढ़ कर 6.0 प्रतिशत 3. नकद आरक्षित अनुपात (ब्त्त्) 4 प्रतिशत पर अपरिवर्तित 4. बैंकों को सीआरआर के तहत आरबीआई के पास अब दैनिक स्तर पर न्यूनतम 90 प्रतिशत नकदी ही रखनी होगी। अभी तक यह सीमा 95 प्रतिशत थी 5. नकदी की सीमांत अतिरिक्त सुविधा और ब्याज और उसके अनुसार बैंक दर 0.75 प्रतिशत कम कर 7.0 प्रतिशत की गयीं जिससे बैंकों के धन की लागत और कम होगी 6. आने वाले दिनों में नीति उदार बनी रहेगी 7. वित्त वर्ष 2016-17 के लिए वृद्धि दर का अनुमान 7.6 प्रतिशत 8. मुद्रास्फीति करीब 5 प्रतिशत रहने का अनुमान 9. लघु बचत योजनाओं पर ब्याज में कमी, धन की सीमांत लागत पर ऋणों पर ब्याज दर (डब्स्त्) व्यवस्था से मौद्रिक नीति का असर ग्राहकों तक और अच्छी तरह पहुंचेगा 10. सरकार के राजकोषीय पुनर्गठन के मार्ग पर कायम रहने से महंगाई दर घटाने में मदद मिलेगी 11. 7वें वेतन आयोग से मंहगाई दर 1.5 प्रतिशत तक बढ़ सकती है 12. कस्टोडियन बैंकों के लिए लाइसेंस देने का प्रस्ताव जो बड़े और दीर्घकालिक ऋण देंगे 13. दूसरी द्वैमासिक मौद्रिक नीति 7 जून को
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