दिल्ली नगर निगम उपचुनाव
शालीमार बाग वार्ड नं 55 में उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गर्माहट हुई तेज
नई दिल्ली। ज्यों—ज्यों एमसीडी उपचुनाव के दिन नजदीक आते जा रहे हैं। त्यों दिल्ली की राजनीति उफान पर है। अभी तो दिल्ली में एमसीडी उपचुनाव की कुलबुलाहट ठीक से शुरू भी नहीं हुई है लेकिन दिल्ली में सभी राजनीतिक पार्टियों की सरगर्मियां तेज हो गई हैं। सभी पार्टियां ने चुनावी जनसभा व कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने लगभग सभी 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिये हैं तो वहीं भाजपा और कांग्रेस में दावेदारों की लिस्ट बनायी जा रही है। अगर हम सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस पार्टी की बात करें तो पिछले दिनों होली रंगारंग कार्यकर्म में उमड़ी भीड़ कांग्रेस के पक्ष में ईशारा कर रहा है। तो यहां से दावेदारों में मुख्य रूप से लव कुमार वर्मा, वेद भण्डारी, विनय सिंघल, राजेश गुप्ता, अंकुर गुप्ता, तारादत्त शर्मा, प्रदुमन सिंह, वीके शुक्ला, आलोक अग्रवाल का नाम सुनने में आ रहा है, मगर इनमें सबसे ज्यादा जोर राजेश गुप्ता व विनय सिंघल का है। ये दोनों चेहरा अपनी अच्छी पहचान के साथ उभर रहे हैं। राजेश गुप्ता एक जानी—मानी हस्ती जमिनी कार्यकर्ता व पिछले कई वर्षों से सुर्खियों में रहे हैं और अपने अच्छे कार्यों के लिए जाने जाते हैं। पूर्वांचल वोटरों में अच्छी पकड़ होने के कारण पार्टी इन्हें यहां से प्रत्याशी बनाने के बारे में सोच रही है।
अगर हम भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो भाजपा का एक छत्र राज रहा है मगर विधानसभा चुनाव में कराड़ी हार के बाद भाजपा इस उपचुनाव में फूंक—फूंक कर कदम उठा रही है। सूत्रों की मानें तो यहां से पूर्व पार्षद रहे रामकिशन सिंघल या हरवंश लाल उप्पल पर भी पार्टी भरोसा नहीं कर रही है। यहां से नया चेहरा की तलाश की जा रही है। अगर क्षेत्र की लोगों की मानें तो यहां से शक्ति (सोनू), भूपेन्दर भण्डारी, बलराम गुप्ता, घईजी जैसे कई चेहरे दावेदार हैं।
अगर हम आम आदमी पार्टी की बात करें तो यहां से जमीनी कार्यकर्ता को दरकिनार कर डॉ. अवंतिका मित्तल को पार्टी ने प्रत्याशी बनाया है। इनको टिकट दिये जाने से कार्यकर्ताओं में नराजगी देखने को मिल रही है। सूत्रों की मानें तो यहां से विधायक वंदना कुमारी भी इनसे खफा हैं और इनका साथ देने से पिछे हटती दिख रही हैं। कार्यकर्ताओं की मानें तो यहां से प्रत्याशी बदला जा सकता है।