आरके जायसवाल/जनमत की पुकार
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने मनोज तिवारी को दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया है। सतीश उपाध्याय की जगह भोजपुरी गायक और सांसद मनोज तिवारी को बुधवार को इस पद पर नियुक्ति की घोषणा की गई।
सांसद मनोज तिवारी शुरु से ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में शामिल थे। हालांकि पवन शर्मा और सांसद महेश गिरी को भी इस पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।
मनोज तिवारी को उनकी लोकप्रियता और पूर्वांचली चेहरा होने का फायदा मिला है क्योंकि, दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों के बीच वो खासे लोकप्रिय हैं। 2013 में ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए मनोज तिवारी को 2014 के लोकसभा चुनाव में सांसद पद के लिए टिकट देकर भी पार्टी ने कई पुराने दिग्गजों को चौंका दिया था।
सूत्रों की मानें तो बिहार विधानसभा चुनाव में मनोज तिवारी की भूमिका का उन्हें लाभ मिला है। बिहार में उनकी भूमिका के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह पहले ही उनकी तारीफ कर चुके हैं।
मालूम हो कि दिल्ली में एक तिहाई से ज्यादा वोटर पूर्वाचली हैं और उन्हें आकर्षित करने के लिए ही पार्टी ने मनोज तिवारी को प्रदेश अध्यक्ष का पद सौंपा है।
पूर्वी यूपी सहित बिहार झारखंड से आए प्रवासी लोगों के बीच भी मनोज तिवारी काफी लोकप्रिय हैं। अब उन पर बाहरी उम्मीदवार होने का आरोप भी नहीं लग सकता क्योंकि मनोज तिवारी अब दिल्ली से ही सांसद भी हैं।
2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के दयनीय प्रदर्शन को निर्वतमान अध्यक्ष सतीश उपाध्याय को पद से हटाए जाने का बड़ा कारण माना जा रहा है।