अंदर की बात
कोहाट वार्ड। ज्यों—ज्यों निगम पार्षद के कार्यकाल पूरे हो रहे हैं त्यों—त्यों चुनाव की तैयारी में जुट कार्यकर्ताओं में जोर—आजमाईश देखने को मिल रही है। सूत्रों की मानें तो कोहाट वार्ड के पार्षद और कार्यकर्ताओं में सत्तीस का आंकड़ा देखने को मिल रहा है। जब हमने इसका कारण पता करने की कोशिश की तो पता चला कि पार्षद महोदय कार्यकर्ताओं के काम नहीं करतेे और मंडल कार्यकर्ता काम के लिए भटकते फिर रहे हैं। कार्यकर्ताओं को जवाब देना मुश्किल हो जाता है कि पिछले निगम चुनाव में इनके लिए लोगों से घर—घर जाकर वोट मांगे थे। मगर उन्हीं लोगों के काम के लिए दर—दर की ठोकरे खा रहे हैं। इसलिए मंडल के कार्यकर्ताओं में इनके प्रति बहुत ज्यादा नाराजगी है।
ज्ञात हो कि पिछले सप्ताह पार्षद महोदय के क्षेत्र में जिले का कार्यक्रम का आयेाजन किया जिसमें प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद महोदय को न ही मंच पर बिठाया गया और न ही उनको ज्यादा भाव दिया गया। इसलिए पार्षद महोदय का चेहरा उतरा हुआ था।
गौरतलब है कि प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करते ही साफ संकेत दे दिया है कि जो पार्षद क्षेत्र में काम नहीं किया हो या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया हो वैसे पार्षद को दुबारा टिकट नहीं दिया जाएगा। इससे साफ संकेत मिल रहा है कि इस बार पार्षद महोदय का टिकट काट मंडल के कार्यकर्ताओं में से ही किसी एक को प्रत्याशी बनाया जा सकता है।