पटना। (जनमत की पुकार/आरके छोटन) मुख्यमंत्री नीतीश जी शराबबंदी में अवैध शराब कैसे पकड़े जा रहे हैं? राज्य में पूर्ण शराबबंदी के बाद सूबे के अंदर आए दिन अवैध शराब पकड़े जा रहे हैं, आखिर यह कैसे हो रहा है? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी शराबबंदी पूरी तरह से विफल साबित हो रहा है। यह बातें प्रतिपक्ष के नेता प्रेम कुमार पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहीं।
उन्होंने आगे कहा कि सरकार बताएं कि अब—तक कितनी अवैध शराब पकड़ी गयीं हैं और पकड़े गये शराब को सरकार कहां रख रहीं है, उसका हिसाब जनता को दें। अवैध शराब के धंधे में पकड़े लोगों के खिलाफ क्या—क्या कर्रवाई की गयीं। राज्य के 38 जिलों में अवैध शराब का धंधा फल—फूल रहा है, जिस रोकने में सरकार विफल रहीं है।पूर्ण शराबबंदी का समर्थन भाजपा सहित एनडीएने किया। विधान सभा के अंदर व बाहर लगातार भाजपा समर्थन करती रहीं। शराबबंदी पर बने कड़े कानूनों को समाप्त करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई गयीं, उसमें जो सुझाव आए उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज तक नहीं माना।
इस कड़े तालिबानी कानून का भाजपा तब तक विरोध करती रहेंगी, जब तक यह तालिबानी कानून को हटाया नहीं जाता है।शराबबंदी पूरी तरह से विफल हो रहा है, क्यों कि शराबबंदी को लेकर पहली बार राज्य के अंदरराजधानी के बेऊर थाने के प्रभारी सहित सभी 29 पुलिस पदाधिकारियों को लाइन हाजिर किया गया। इसके पहले भी पुलिस के लोगों को शराबबंदी पर करार्रवाई की गयीं थीं। बेऊर जेल का पूरा पुलिस तंत्र शराब की तस्करी मेंलिप्त है। शराब तस्करी की घटनाएं प्रतिदिन खबरों में आ रहीं है। नीतीश जी दूसरी और शराबबंदी पर पूरे बिहार को सभी तरह के नशा की मुक्ति की बात कर रहे हैं। सरकार बताएं कि क्या पुलिस पर कार्रवाई करने से अवैध शराब का धंधा बंद हो जायेंगा।
श्री कुमार ने आगे बताया कि राज्य में सीमा पार से अवैध शराब आ रहे हैं। नेपाल से अवैध शराब आते हैं और पकड़े जाते हैं। राज्य के अंदर हर रोज अवैध शराब आते हैं, जिसे पूरी तरह से रोकने में सरकार विफल रही हैं। क्यों कि आखिर शराब पीते हुए लोग कैसे पकड़े जा रहे हैं।