नई दिल्ली। पिछले कई दिनों से अनशन पर बैठे कर्मचारियों के लिए गुरुवार को स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल प्रशासन के सामने प्रदर्शन किया। स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से कर्मचारियों की मांग पूरी करने की अपील की। काम से निकाले गए कर्मचारियों को वापस काम पर लेने के लिए अस्पताल प्रशासन ने दस दिन की मोहलत मांगी है। इस आश्वासन के बाद स्वराज इंडिया के पीएस शारदा ने कर्मचारियों का अनशन तुड़वाया। ज्ञात हो कि दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आने वाले इहबास (आईएचबीएएस) अस्पताल के सारे अस्थायी कर्मचारियों का पीएफ व ईएसआई पिछले 15 सालों से रोक कर रखा गया है। बीती दिवाली का बोनस भी नहीं दिया गया है और जब उन्होंने आवाज उठाई तो उन्हें काम से निकाल दिया गया। उनके साथ मारपीट की गई। स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं की मदद से कर्मचारियों ने राज्यपाल और केंद्रीय सचिवालय में भी प्रार्थनापत्र के माध्यम से मदद की गुहार की, लेकिन किसी भी विभाग के कान पर जूं तक नहीं रेंगी। 23 फरवरी से ये कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठे थे। एक अनशनकारी महिला फातिमा को बेहोशी के कारण हॉस्पिटल ले जाया गया। परिवार यूनिटी एनजीओ भी पीड़ितों के साथ खड़ा था। स्वराज इंडिया ने पीड़ितों की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया है और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्यवाई करने की चेतावनी दी है।
इहबास के आंदोलनकारी कर्मचारियों को स्वराज इंडिया का समर्थन
