नई दिल्ली। कुछ समय पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा था कि संघ को समझना है तो इसमें शामिल होकर देखिये। इस बात का असर लोगों पर कितना हुआ है यह कहना तो फिलहाल असंभव है। लेकिन दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में करीब डेढ़ लाख युवा प्राथमिक शिक्षा वर्ग में शामिल हुए हैं।
बताया जाता है कि शाखाओं की संख्या में करीब पंद्रह फीसदी की वृद्धि दिल्ली में होने की उम्मीद संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों को है। दिल्ली में इस समय करीब 1805 से अधिक शाखाएं चल रही हैं। इससे यह भी माना जा रहा है कि संघ के प्रति युवाओं में धारणा बदल रही है और आम आदमी पार्टी से उनका मोहभंग भी हो रहा है।
संघ पदाधिकारियों का मानना है कि बदलते परिवेश के साथ संघ को लेकर जिस तरह से युवाओं में धारणा बदल रही है। उसका ही असर है कि संघ की शाखाओं में युवाओं खासतौर पर 45 वर्ष तक की आयु के युवाओं की संख्या करीब 53 फीसदी से अधिक है।
संघ के पदाधिकारी के अनुसार देश भर में मौजूदा समय में रोजाना 36,729 स्थानों पर संघ की लगभग 57,185 शाखा लग रही है। इसमें से लगभग 90 फीसदी से अधिक में 45 वर्ष की आयु के युवाओं की संख्या सर्वाधिक है। संघ के पदाधिकारी के अनुसार युवाओं में नौकरीपेशा के अलावा, बड़ी संख्या में कॉलेज, स्कूल में पढऩे वाले विद्यार्थी हैं।
प्रोफेशनल भी इन शाखाओं में अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं। संघ का मानना है कि दिल्ली में भी पिछले कुछ समय से युवाओं की संख्या शाखाओं में लगातार बढ़ रही है। इसे देखते हुए उम्मीद है कि आने वाले कुछ समय के भीतर करीब पंद्रह फीसदी तक शाखाओं में और इजाफा होगा।
गौरतलब है कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से पूर्वोत्तर राज्यों में भी शाखाओं के प्रति युवाओं और स्थानीय लोगों में आकर्षण पहले से कहीं अधिक बढ़ा है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उसका असर दिल्ली—एनसीआर में शाखाओं में युवाओं की संख्या बढऩे से दिखने लगा है। उत्तर प्रदेश में भी संघ की शाखाओं को बढ़ाने के लिए विशेष योजना पर कार्य हो रहा है।