मुंबई। नोटबंदी ने देश के विभिन्न हिस्सों में फैले नक्सवाद और जम्मू कश्मीर में अलगाववाद की कमर तोड़ दी है। नोटबंदी से ही इन्हें फंड के लिए तरसना पड़ा। ये बात रविवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कही। वे मुंबई भाजपा के अध्यक्ष आशीष शेलर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस भी उनके साथ रहे।
घटी है पत्थरबाजाें की संख्या
न्यू इंडिया प्लीज विषय पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद से कश्मीर में पत्थरबाजों की संख्या और घटनाओं में गिरावट आई है। नोटबंदी से पहले जिन पत्थर बाजों की संख्या हजारों में होती थी वह अब सिमटकर महज 25 रह गई है। नोटबंदी के बाद सिर्फ कश्मीर में अलगाववाद ही नहीं बल्कि विभिन्न प्रदेशों में फैला माओवादी भी पैसों के लिए तरस गए। नवंबर 2016 में उच्च मूल्य को नोटों को बंद करने के इस कदम के बारे में विस्तार से बताते हुए जेटली ने कहा कि जो पैसा पहले से अर्थव्यवस्था के बाहर चल रहा था वह औपचारिक बैंकिंग प्रणाली में आ गया है।
सरकार की उपलब्धियों को गिनाया
भाजपा के ‘न्यू इंडिया’ विजन के बारे में उन्होंने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता रक्षा और ग्रामीण क्षेत्रों का विकास और इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप करना है। हमारे पास विश्वस्तरीय संस्थान हैं इसके बावजूद गोरखपुर जैसा हादसा होना बहुत ही शर्मनाक है। अंत में जेटली ने सरकार की तीन साल की उपलब्धियों का भी बखान किया और सरकार की आगे की योजनाओं के बारे में बताया।