नई दिल्ली। दिल्ली की बदहाल सड़कों पर हादसों की वजह से लोगों की जान जा रही है। भाजपा ने इसके लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। भाजपा का कहना है कि दिल्ली सरकार की लापरवाही की वजह से सड़कों की स्थिति दयनीय हो गई है।
जगह-जगह गड्ढे बन गए हैं जिससे वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनो में कई लोगों की जान चली गई है जबकि कई गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं। सड़कों का सही ढंग से रखरखाव नहीं होना गंभीर मामला है इसलिए इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
एक वर्ष में 50 से अधिक लोगों की मौत
दिल्ली विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि खस्ताहाल सड़कों के कारण आए दिन दिल्ली के किसी न किसी कोने में दुर्घटनाए होती रहती हैं। इन दुर्घटनाओं में पिछले एक वर्ष में 50 से अधिक लोगों की जान चली गई हैं। इसके बावजूद सरकार ने कोई सबक नहीं लिया।
गुप्ता ने कहा कि दो दिन पहले रोहिणी निवासी जगदीश सुखीजा की भी सड़क पर बने गड्ढे की वजह से मौत हो गई थी। यदि सिविल लाइंस क्षेत्र में मैटकॉफ हाउस के पास सड़क पर बने गड्ढे की मरम्मत के लिए सरकार ने समय रहते कदम उठाया होता तो उनकी जान बच सकती थी। इसलिए सरकार को उनके परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा करनी चाहिए।
अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
भाजपा का कहना है कि एक बार सड़क बनाए जाने के बाद उसके रख-रखाव की ओर सरकार कोई ध्यान नहीं देती। सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल, सड़कों की दोषपूर्ण बनावट, सही तरीके से स्पीड ब्रेकर नहीं बनाने, खुले हुए मेनहोल, सड़क किनारे खुले नाले और टूटी हुई सड़कों का समय पर मरम्मत नहीं किए जाने से हादसे होते हैं। यह सीधे तौर पर भ्रष्टाचार और लापरवाही का मामला है इसलिए इसकी जांच जरूरी है। जांच में दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।