नई दिल्ली। केंद्र की ओर से ऑनलाइन दवा बिक्री में रुचि दिखाने का आरोप लगाते हुए दिल्ली-एनसीआर के दवा दुकानदारों ने जंतर-मंतर पर धरना दिया। दुकानदारों के मुताबिक अवैध तरीके से ऑनलाइन कंपनियों की ओर से दवा की बिक्री की जा रही है, लेकिन सरकार उस पर रोक लगाने की जगह उसे प्रश्रय दे रही है। इस कारण जहां देश के लाखों दवा दुकानदारों के रोजी-रोटी पर संकट मंडराने लगा है। वहीं, दवा की ऑनलाइन बिक्री कर मरीजों के जान से भी खिलवाड़ किया जा रहा है। प्रदर्शन में दिल्ली के अलावा गुड़गांव, नोएडा, गाजियाबाद, रोहतक व मेरठ तक के दवा दुकानदार शामिल हुए। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए आल इंडिया आर्गेनाइजेशन आफ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के महासचिव सुरेश गुप्ता ने कहा कि एक तरफ थोड़ी भी गड़बड़ी होने पर सरकार दवा दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने लगती है, लेकिन यहां आनलाइन कंपनियां खुलेआम नियमों का उल्लंघन कर दवा बेच रही है, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब स्वास्थ्य मंत्रालय से शिकायत की गई तो मंत्रालय ने इन ऑनलाइन कंपनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जगह दवा की आनलाइन बिक्री पर जनता से राय मांग लिया है। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए रिटेलर-डिस्ट्रीब्यूटर केमिस्ट एसोसिएशन दिल्ली के अध्यक्ष संदीप नांगिया ने कहा कि दवाओं की ऑनलाइन बिक्री मरीजों के जान से खिलवाड़ है, क्योंकि मरीजों के पास गलत दवा पहुंचने का अंदेशा है।
आॅनलाइन दवा बिक्री के विरोध में दवा दुकानदारों का प्रदर्शन
