पिता ने रचा बेटे के अपहरण का ड्रामा

uyp0sfe66m_kidnapping सीमापुरी इलाके में फिरौती की कॉल के 24 घंटे के भीतर 10 साल के बच्चे अमन को जिला पुलिस ने उत्तर प्रदेश से सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में अपहरण का ड्रामा रचा गया था। यह साजिश बच्चे के पिता ने ही भतीजे के साथ मिलकर रची थी। पांच दिनों तक पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के बाद आरोपी पिता मोहम्मद अय्यूब (40) को पुलिस ने दबोच लिया। मामले में साथ देने वाला भतीजा फरार है। जांच में सामने आया कि अय्यूब पर रिश्तेदारों का 40 हजार रुपये का कर्ज था और पीछा छुड़ाने के लिए साजिश रची थी। पुलिस उपायुक्त डॉ. अजीत कुमार सिंगला ने बताया कि मूलरूप से बिजनौर निवासी मोहम्मद अय्यूब पत्नी अमीरजहां और बेटे अमन के साथ कलंदर कॉलोनी, दिलशाद गार्डन में रहता है। अमीरजहां ने 12 अप्रैल को सीमापुरी थाना पुलिस को सूचना दी थी कि अमन गायब हो गया है। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। 17 अप्रैल को अमीर जहां के मोबाइल पर फिरौती के लिए फोन आया। आरोपी ने सात लाख रुपये की मांग की। अय्यूब ने फौरन मामले की सूचना पुलिस को दी। इसके बाद उपायुक्त के साथ अतिरिक्त उपायुक्त राजेंद्र सिंह सागर की देखरेख में एसीपी हरेश्वर वी. स्वामी की टीम ने नंबर को सर्विलांस पर लगाया। पता चला कि कॉलर ने दो अलग-अलग नंबरों से अमीर जहां के अलावा अय्यूब के जानकार मेहंदी हसन को भी फोन किया है। दोनों नंबर अनिल नाम के शख्स की आईडी से जारी हुए हैं। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पता चला कि अनिल आठ-दस साल से अय्यूब के संपर्क में है। उसने दस हजार रुपये उधार लिए थे। इसी दौरान उसने अपनी आईडी भी दी थी। पुलिस ने सिम बेचने वाले दुकानदार को अय्यूब के परिवार का फोटो एलबम दिखाया तो पता चला कि दोनों सिम अनिल की आईडी से अय्यूब के भतीजे ताजिम (25) ने खरीदे थे। फिर पुलिस को अय्यूब पर भी शक हुआ। उससे कड़ाई से पूछताछ की तो टूट गया और बच्चे को अगवा करने की पूरी कहानी पुलिस को बता दी। आरोपी ने बताया कि उसने अपने भतीजे के साथ बेटे को मुबारकपुर, बिजनौर, उमरी कला और संभल भेजा था। पुलिस टीम ने अमन को उमरी कला से सकुशल बरामद कर लिया।

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