नई दिल्ली (आरके जायसवाल)। प्रदेश कांग्रेस ने 13 व 14 दिसम्बर को सभी 280 वार्डों में बैठकें आयोजित करने का फैंसला लिया है। कांग्रेस का कहना है कि नोटबंदी को गलत तरीके से लागू किया गया है, जिससे आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके पीछे के घोटाले को लेकर बैठकों में ‘नोट पर चर्चा’ होगी।
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि नोटबंदी के कारण लघु उद्योगों में केवल 20 का उत्पादन ही हो पा रहा है तथा छोटे दुकानदारों की बिक्री 10 से 12 प्रतिशत ही रह गई है। नोटबंदी के गलत प्रभाव के कारण रिवर्स माइग्रेशन शुरु हो गया है।
माकन ने बताया कि कांग्रेस जहां गरीब लोग अनाधिकृत कालोनियों, झुग्गी झौपडिय़ां व पुनर्वास कालोनियों में रहते है, उन इलाकों में जनसदन आयोजित करेगी। खासतौर से उन इलाकों में जहां बैंको व एटीएम की तादात ज्यादा है। इस कार्यक्रम के द्वारा बैंकों व एटीएम की लाइन में लगे लोगों को जागरूक किया जाएगा कि किस प्रकार मोदी सरकार ने नोटबंदी को बिना तैयारी के लागू किया तथा इसके पीछे कितना बड़ा घोटाला है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा हमारे समाज को कैशलैश बनाया जाना दिन में सपने देखने के बराबर है। क्योंकि इसके द्वारा गरीब व सामान्य जन के ऊपर अतिरिक्त भार पड़ेगा। कैशलस सोसायटी को बनाने के पीछे मोदी सरकार की मंशा है कि वे बड़ी-बड़ी कम्पनियों को फायदा पहुचाएं जो कि इस प्रकार के लेनदेन की सुविधा मोबाइल व अन्य कार्डों के मुहैया कराती है।
माकन ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार 5 दिसम्बर तक 1000 व 500 के प्रचलित 82 प्रतिशत नोट बैंकों में जमा हो चुके है और अभी 30 दिसम्बर 2016 को आने में काफी दिन बाकी है। यह बात समझ से बाहर है कि आखिर नोटबंदी की कार्यवाही किसको फायदा पहुचाने के लिए की गई थी।