नई दिल्ली। पिछले दिनों 23 जनवरी को हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष व राजा पार्क के सुप्रसिद्ध समाजसेवी सुधाकर पाठक के माताजी श्रीमती रामकली पाठक का स्वर्गवास हो गया है। वे 96 वर्ष की थीं और अपने पिछे भरा—पूरा परिवार छोड़ गई हैं। उनके शोकाकुल परिवार में 101 वर्र्षीय उनके पति पं. प्रभुदयाल पाठक के अलावा चार पुत्र—सुधाकर पाठक, गिरजाशंकर पाठक, सरयूशरण पाठक, श्याम बाबू पाठक, भतीजा—कैलाश दीक्षित और एक पुत्री हैं।
साहित्कार सुधाकर पाठक ने जनमत की पुकार को बताया कि 4 फरवरी (शनिवार) को रानीबाग संतनगर रोड स्थित ब्राह्मण सभा शिव मंदिर में दोपहर 3 से सायं 4.30 बजे तक भजन व श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया है।
गौरतलब है कि पाठक परिवार क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित परिवार है जो विशेष रूप से सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में सक्रिय रहता है साथ ही इनका राजनीतिक क्षेत्र में भी सम्मानजनक स्थान है। निश्चित रूप से इतने संस्कारी परिवार में माता का विशेष योगदान होता है, इसलिए परिवार से माता के स्वर्गवास से न केवल पाठक परिवार को क्षति हुई है बल्कि समाज को भी अपूर्णनीय क्षति हुई है। हम पाठक परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं और माता जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।