हाउस टैक्स माफी घोषणा: आप का भाजपा पर पलटवार

नई दिल्ली। दिल्ली निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हाउस टैक्स माफी की घोषणा पर भाजपा द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर आप ने अब भाजपा को ही कटखरे में खड़ा कर दिया है। आप का कहना है कि भाजपा ने साल 2007 के अपने चुनावी घोषणा पत्र में हाउस टैक्स माफ करने की बात कही थी। अब भाजपा वाले बताएं कि पार्टी ने किन नियम-कानूनों की तहत ऐसी घोषणा की थी। रविवार को पार्टी कार्यालय में इस बाबत पत्रकारों को संबोधित करते हुए आप के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे ने कहा कि भाजपा हाउस टैक्स माफी के नाम पर दिल्लीवालों को दिग्भ्रमित कर रही है। उसने 2007 के नगर निगम चुनाव घोषणा पत्र के बिंदू-9 में रिहायशी इलाकों का हाउस टैक्स समाप्त करने की बात कही थी। लेकिन पार्टी ने अभी तक ऐसा नहीं किया। वह गत 10 सालों से लोगों को मूर्ख बना रही है। पांडे ने कहा कि अब जब यही घोषणा अरविंद केजरीवाल कर रहे हैं तो भाजपा के लोग कानून बांचने में लगे हैं। दरअसल, भाजपा के लोग नहीं चाहते हैं कि दिल्ली वालों को हाउस टैक्स के नाम पर कोई राहत मिले। चूंकि यदि ऐसा हुआ तो उनकी दलाली की दुकान बंद हो जाएगी। आप दिल्ली संयोजक ने कहा कि भाजपा ने दिल्लीवालों को दो श्रेणियों में बांट दिया है। एक वे जिनको राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है, उनका हाउस टैक्स आसानी से मांफ हो जाता है। लेकिन एक आम आदमी है जिसकी कोई नहीं सुनता। वहीं इस दौरान उपस्थित आप के प्रदेश प्रवक्ता हरीश अवस्थी ने कहा कि हाउस टैक्स के मुद्दे पर भाजपा दिल्लीवालों को बरगलाने और भ्रमित करने का काम कर रही है। दिल्ली में कुल 50 लाख प्रॉपर्टी हाउस टैक्स के लिए रजिस्टर्ड हैं लेकिन हाउस टैक्स सिर्फ 11 लाख प्रॉपर्टी से ही लिया जाता है। या तो निगम में बैठे भाजपा और कांग्रेस के लोग निक्कमे हैं या फिर बाकि बची 39 लाख प्रॉपर्टी के माध्यम से इन दोनों पार्टियों का हाउस टैक्स के नाम पर दलाली और उगाही का धंधा चलता है। और जब आप हाउस टैक्स माफी का वादा करती है तो बीजेपी-कांग्रेस जनता के बीचे में जाकर संसद की मजबूरी गिनाने लग जाते हैं जो इन पार्टियों के दोहरे चरित्र का प्रमाण है।

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