आईपीएल: कोलकाता ने दिल्ली को 7 विकेट से हराया

कोलकाता। गौतम गंभीर और रोबिन उथप्पा की चिर परिचित जोड़ी की शतकीय साझेदारी और इससे पहले नाथन कूल्टर नाइल की अगुवाई में गेंदबाजों के ठोस प्रदर्शन से कोलकाता नाइटराइडर्स आज यहां दिल्ली डेयरडेविल्स को 22 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट से हराकर आईपीएल दस के प्लेआफ की दहलीज पर पहुंच गया। उथप्पा ने 33 गेंदों पर 59 रन की तूफानी पारी खेली जबकि कप्तान गंभीर ने 52 गेंदों पर 11 चौकों की मदद से नाबाद 71 रन बनाये। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 108 रन जोड़े और इस तरह से केकेआर ने 16.2 ओवर में तीन विकेट पर 161 रन बनाकर लगातार चौथी जीत दर्ज की। इससे पहले केकेआर को उसके गेंदबाजों ने शानदार वापसी दिलायी थी। संजू सैमसन की 38 गेंदों पर 60 रन की पारी से मिली तेजतर्रार शुरूआत के बावजूद डेयरडेविल्स छह विकेट पर 160 रन ही बना पाया। सैमसन ने करूण नायर (15) के साथ पहले विकेट के लिये 48 और श्रेयस अय्यर (34 गेंदों पर 47) के साथ दूसरे विकेट के लिये 73 रन की साझेदारी की। डेयरडेविल्स हालांकि बीच में सात ओवरों में 42 और आखिरी चार ओवरों में केवल 20 रन ही बना पाया जिससे उसकी मजबूत स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदों को झटका लगा। केकेआर के गेंदबाजों की भी दाद देनी होगी जिन्होंने पहले चार ओवरों में 41 रन लुटाने के बाद शानदार वापसी की। कूल्टर नाइल उसके सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट लिये। केकेआर इस जीत से प्लेआफ में जगह बनाने के करीब पहुंच गया है। उसके नौ मैचों में सात जीत से 14 अंक हो गये हैं और वह शीर्ष पर बना हुआ है। दूसरी तरफ डेयरडेविल्स का गणित गड़बड़ा गया है। उसके सात मैचों में केवल चार अंक हैं और उसके अब आगामी मैच करो या मरो जैसे बन गये हैं। मैच में अधिकतर समय केकेआर का दबदबा रहा। ससुनील नारायण (चार) इस बार केकेआर को पिछले मैचों की तरह तूफानी शुरूआत नहीं दिला पाये लेकिन गंभीर और उथप्पा ने टीम पर इस शुरूआती झटके का प्रभाव नहीं पडने दिया। इन दोनों ने सहजता से बल्लेबाजी की और पावरप्ले में टीम का स्कोर 47 रन तक पहुंचाया। इसके तुरंत बाद दिल्ली ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा के रूप में स्पिन आक्रमण आजमाया लेकिन उनके इस ओवर में 14 रन पिट गये। उथप्पा के हाथ खुल चुके थे और उन्होंने क्रिस मौरिस के अगले ओवर में भी दो छक्के और एक चौका जड़ दिया। उथप्पा ने पैट कमिन्स पर भी छक्का लगाया और फिर अगले ओवर में कोरे एंडरसन पर एक रन लेकर केवल 24 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। आखिर में उनके रन आउट होने से ही डेयरडेविल्स को थोड़ी राहत मिली। उथप्पा ने पांच चौके और चार छक्के लगाये। गंभीर अब तक दूसरे छोर से उथप्पा की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का लुत्फ उठा रहे थे। उन्होंने एंडरसन की गेंद चार रन के लिये भेजकर 39 गेंदों पर अपना 51वां टी20 अर्धशतक पूरा किया और इसके साथ ही वह इस सबसे छोटे प्रारूप में 6000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बने। उनसे पहले सुरेश रैना, विराट कोहली और रोहित शर्मा यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। केकेआर जल्द से जल्द लक्ष्य तक पहुंचने के लिये बेताब दिखा। शेल्डन जैकसन (नाबाद 12) ने मौरिस पर तीन चौके लगाये जबकि गंभीर ने अगले ओवर में विजयी रन बनाया। इससे पहले सैमसन ने पिछले मैचों की तरह तेज गेंदबाजों के खिलाफ तीखे तेवर अपनाये लेकिन स्पिनरों के आते ही वह धीमे पड़ गये। उन्होंने शुरू में कूल्टर नाइल, उमेश यादव और क्रिस वोक्स तीनों पर करारे शाट जमाये लेकिन नारायण और कुलदीप यादव के सामने वह खुलकर नहीं खेल पाये और इससे तेज गेंदबाजों को भी मदद मिली। केकेआर के दोनों स्पिनरों नारायण (25 रन देकर एक विकेट) और कुलदीप (चार ओवर में 27 रन) ने किफायती गेंदबाजी की। वोक्स (तीन ओवर में 20 रन) ने भी अपने आखिरी दो ओवरों में बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। गंभीर ने नारायण को पांचवें ओवर में आक्रमण पर लगाया जिन्होंने करूण नायर (15) को पगबाधा आउट करके केकेआर को पहली सफलता भी दिलायी। दिल्ली के बल्लेबाज बीच में 46 गेंदों तक कोई बाउंड्री नहीं लगा पाये। पांचवें से 11वें ओवर तक केवल 42 रन बने। सैमसन ने आखिर में 12वें ओवर में कुलदीप पर छक्का जड़कर अपना अर्धशतक पूरा किया। उनके साथी अय्यर ने जो पहली 21 गेंदें खेली थी उनमें इक्का दुक्का रन ही लिये थे। आखिर में उन्होंने भी कोलिन डि ग्रैंडहोम पर चौका और छक्का लगाकर अपना स्ट्राइक रेट सुधारा। उमेश जब आखिरी ओवर करने के लिये आये तो अय्यर ने उनका स्वागत दो चौकों से भी किया। सैमसन ने भी इस ओवर में गगनदायी छक्का लगाया लेकिन अंतिम गेंद पर वह चूक गये और पगबाधा होकर पवेलियन लौटे। सैमसन ने अपनी पारी में चार चौके और तीन छक्के लगाये। रिषभ पंत (छह) नहीं टिक पाये और कूल्टर नाइल के इस ओवर में अय्यर भी पगबाधा आउट हो गये। कुलदीप के अगले ओवर में कोरे एंडरसन का दो बार कैच छूटा लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और रन आउट होकर पवेलियन लौटे। आखिरी चार ओवरों में केवल एक बार गेंद सीमा रेखा तक पहुंची जबकि इस बीच क्रिस मौरिस (11) जैसा आक्रामक बल्लेबाज क्रीज पर था। अंकित बावने 12 रन बनाकर नाबाद रहे।

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